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महावीर मंदिर को 20 लाख से अधिक की ठगी, नैवेद्यम सामग्री आपूर्ति के नाम पर लगाया गया चूना

महावीर मंदिर को 20 लाख से अधिक की ठगी, नैवेद्यम सामग्री आपूर्ति के नाम पर लगाया गया चूना

राजधानी पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर को एक बड़े आर्थिक धोखाधड़ी का सामना करना पड़ा है। नैवेद्यम (प्रसाद) सामग्री की आपूर्ति के नाम पर मंदिर प्रशासन को 20 लाख 27 हजार रुपये की चपत लगा दी गई है। इस मामले में महावीर स्थान न्यास समिति ने गंभीर रुख अपनाते हुए कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

मंदिर प्रशासन को कैसे लगाया गया चूना?

मंदिर प्रशासन के अनुसार, प्रसाद की सामग्री आपूर्ति को लेकर एक व्यक्ति या समूह ने फर्जी दस्तावेजों और पहचान का इस्तेमाल कर मंदिर ट्रस्ट का विश्वास हासिल किया। नैवेद्यम प्रसाद की नियमित आपूर्ति के नाम पर मंदिर से कई बार भुगतान उठाया गया, लेकिन बाद में जब आपूर्ति नहीं हुई और संबंधित पक्ष से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला, तो शक गहराने लगा।

जब मंदिर प्रशासन ने लेन-देन और बिलों का ऑडिट कराया, तो पूरे घोटाले का खुलासा हुआ। पता चला कि आपूर्ति या डिलीवरी का कोई ठोस रिकॉर्ड नहीं था, और संबंधित पक्ष फर्जीवाड़ा कर के 20.27 लाख रुपये हड़प चुका है।

ट्रस्ट की ओर से एफआईआर, पुलिस जांच शुरू

महावीर स्थान न्यास समिति की ओर से इस गंभीर वित्तीय अनियमितता के खिलाफ पटना कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। प्राथमिक जांच में कई संदिग्ध नाम और बैंक खातों की जानकारी सामने आई है, जिनकी गहनता से पड़ताल की जा रही है।

श्रद्धालुओं में नाराजगी और हैरानी

महावीर मंदिर पटना के सबसे प्रतिष्ठित और श्रद्धेय धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन और पूजा के लिए आते हैं। ऐसे पवित्र स्थान पर आर्थिक फर्जीवाड़ा सामने आने से श्रद्धालुओं में नाराजगी और हैरानी दोनों है। कई लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

ट्रस्ट ने भरोसा दिलाया – दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा

मंदिर न्यास समिति के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि यह मंदिर जनभावनाओं और आस्था का केंद्र है और इसकी पवित्रता और पारदर्शिता बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस फर्जीवाड़े में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही दोषियों को कानून के कटघरे में लाया जाएगा।

मुख्य तथ्य एक नजर में:

  • स्थान: महावीर मंदिर, पटना

  • घोटाले की राशि: ₹20,27,000

  • घटना का प्रकार: प्रसाद (नैवेद्यम) सामग्री की फर्जी आपूर्ति

  • प्राथमिकी दर्ज: कोतवाली थाने में

  • जांच की स्थिति: पुलिस जांच जारी, संदिग्धों की पहचान की जा रही है

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