पटना के चर्चित कारोबारी गोपाल खेमका हत्याकांड में पुलिस की जांच अब एक नए मोड़ पर पहुंच गई है। अब तक हत्याकांड का मास्टरमाइंड माने जा रहे अशोक साव के करीबी एक अन्य कारोबारी और एक महिला पुलिस के संदेह के घेरे में आ गए हैं।
🔎 तकनीकी साक्ष्यों से बढ़ा शक
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पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) और लोकेशन ट्रैकिंग के आधार पर यह जानकारी मिली है कि:
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उक्त कारोबारी और महिला की अशोक साव से लगातार बातचीत हो रही थी।
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हत्या से पहले और बाद की गतिविधियों में इन दोनों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है।
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📍 साजिश की जगहों पर होगी क्राइम सीन रिक्रिएशन
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पुलिस अब इन दोनों संदिग्धों को लेकर उन स्थानों पर जाएगी जहां साजिश रची गई थी या घटनास्थल के आसपास वे साक्ष्य मिले हैं।
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इससे यह स्पष्ट करने की कोशिश की जाएगी कि:
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हत्या की पूर्व योजना कब, कहां और कैसे बनाई गई।
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किन-किन लोगों ने इसमें सक्रिय भागीदारी निभाई।
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🚔 अब तक की जांच में क्या सामने आया?
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गोपाल खेमका की हत्या में आपसी व्यावसायिक रंजिश और पैसे के लेनदेन की बात सामने आई थी।
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अशोक साव, जो इस कांड का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, पहले ही पुलिस की रडार पर है और फरार है।
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पुलिस पहले से ही कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और उनकी निशानदेही पर जांच आगे बढ़ रही है।
👥 कारोबारी और महिला की संदिग्ध भूमिका
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पुलिस को शक है कि यह महिला और कारोबारी मौखिक संप्रेषण के जरिए योजना बनाने, सूचना देने या लॉजिस्टिक सपोर्ट देने में शामिल हो सकते हैं।
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कुछ रिपोर्टों में यह भी कहा जा रहा है कि महिला ने अशोक साव को भौगोलिक सूचनाएं और गोपाल खेमका की गतिविधियों से जुड़े विवरण दिए।

