झामुमो ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को समर्थन देने का फैसला किया
आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने गुरुवार को मीडिया को बताया कि झामुमो ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि वह इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार, पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना समर्थन देगा।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी ने विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया है। उनका कहना था कि यह समर्थन लोकतांत्रिक प्रक्रिया और संविधान की गरिमा को बनाए रखने के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि झामुमो का यह फैसला उपराष्ट्रपति चुनाव में गठबंधन की स्थिति को मजबूत कर सकता है। इससे विपक्षी उम्मीदवारों पर दबाव बढ़ सकता है और चुनाव परिणाम पर असर पड़ सकता है।
झामुमो की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि पार्टी केवल अपने राजनीतिक हितों के आधार पर नहीं बल्कि राष्ट्रीय हित और लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती को ध्यान में रखते हुए यह समर्थन कर रही है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने यह भी कहा कि पार्टी के सभी सांसद और विधायक इस निर्णय का पालन करेंगे।
बी. सुदर्शन रेड्डी, जो पहले न्यायपालिका में उच्च पदों पर रहे हैं, को इंडिया गठबंधन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। उनका अनुभव और न्यायिक पृष्ठभूमि विपक्ष और नागरिक समाज में सकारात्मक चर्चा का विषय बनी हुई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि झामुमो का यह समर्थन चुनावी समीकरण को प्रभावित कर सकता है। इससे न केवल इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को बल मिलेगा, बल्कि अन्य राजनीतिक दलों को भी अपने रणनीतिक कदमों पर पुनर्विचार करने की जरूरत पड़ सकती है।
राजनीतिक गलियारे में यह भी चर्चा है कि झामुमो का यह कदम झारखंड में पार्टी की सियासी स्थिति को और मजबूत करेगा। राज्य में पार्टी का प्रभाव बढ़ने के साथ ही उनके केंद्रीय राजनीति में दखल की संभावना भी बढ़ेगी।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए हमेशा जिम्मेदारीपूर्वक निर्णय लेती रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव में पार्टी की पूरी ताकत और समर्थन अपने उम्मीदवार के पक्ष में होगा।

