वैशाली में सांप का रेस्क्यू करने वाले जयप्रकाश यादव की सांप के काटने से मौत, शोक में डूबा इलाका
बिहार के वैशाली जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां सांपों का रेस्क्यू करने वाले जयप्रकाश यादव को उसी सांप ने डस लिया जिसे वह बचाने की कोशिश कर रहे थे। राजापाकर प्रखंड में हुई इस दर्दनाक घटना में जयप्रकाश यादव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वे लगभग 20 वर्षों से वन्यजीवों, खासकर सांपों को बचाने का कार्य कर रहे थे और इस क्षेत्र में उन्हें एक प्राकृतिक योद्धा के रूप में जाना जाता था।
रेस्क्यू करते समय हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना उस समय हुई जब जयप्रकाश यादव को गांव के एक घर में सांप के घुसने की सूचना मिली। हमेशा की तरह वे तुरंत मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। लेकिन दुर्भाग्यवश, इस बार सांप ने अचानक उन्हें डस लिया। जहर इतना तेज था कि कुछ ही मिनटों में उन्होंने दम तोड़ दिया।
लोग बनाते रहे वीडियो, कोई आगे नहीं आया
इस हादसे का सबसे हैरान करने वाला पहलू यह रहा कि घटना के समय मौके पर भीड़ तो जुट गई, लेकिन लोग मदद करने के बजाय वीडियो बनाने में व्यस्त रहे। जयप्रकाश यादव की हालत बिगड़ती गई और कोई उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने की कोशिश नहीं कर सका। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते इलाज मिलता, तो शायद उनकी जान बच सकती थी।
जीवन समर्पित किया था वन्यजीवों के लिए
जयप्रकाश यादव को वैशाली जिले में लोग सांपों के संरक्षक और मित्र के रूप में जानते थे। वे बिना किसी सरकारी मदद के वन्यजीवों का संरक्षण करते थे। उनके द्वारा अब तक सैकड़ों सांपों की जान बचाई गई थी। उन्होंने कई बार रेस्क्यू करते हुए जान जोखिम में डाली, लेकिन कभी पीछे नहीं हटे।
क्षेत्र में शोक की लहर
जयप्रकाश यादव की असमय मौत ने पूरे जिले को शोक में डुबो दिया है। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ‘सांपों का मसीहा’, ‘प्राकृतिक योद्धा’ और ‘वास्तविक हीरो’ कहकर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। स्थानीय पर्यावरण प्रेमियों और युवाओं ने सरकार से उनकी सेवा को सम्मानित करने की मांग की है।
सबक: भीड़ बनाम मानवता
यह घटना एक कड़वी सच्चाई भी उजागर करती है— भीड़ में बदलते समाज की, जहां मदद की जगह मोबाइल कैमरे उठाए जाते हैं। जयप्रकाश यादव की मौत एक चेतावनी है कि जिम्मेदार नागरिक बनना और वक्त पर मदद करना हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है।

