जांच में तेजी, शूटर उमेश समेत कई आरोपी पकड़े गए, आज खुल सकते हैं हत्या के पीछे के कारण
राजधानी पटना के चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड की गुत्थी अब लगभग सुलझती नजर आ रही है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, एक-एक कर इस साजिश में शामिल मुख्य किरदार सामने आ रहे हैं।
सबसे पहले पुलिस ने हत्याकांड में शामिल मुख्य शूटर उमेश को गिरफ्तार किया था। उमेश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले, जिसके आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारियां भी की गईं।
🔍 कैसे आगे बढ़ी जांच?
घटना के बाद पटना पुलिस ने एसआईटी और एसटीएफ की संयुक्त टीम गठित की थी, जो लगातार इस केस पर काम कर रही थी।
-
सबसे पहले उमेश को गिरफ्तार किया गया, जिसने हत्या की साजिश और घटना में उपयोग किए गए हथियारों की जानकारी दी।
-
उमेश ने खुलासा किया कि उसे हथियार राजा नामक शख्स ने मुहैया कराए थे।
-
राजा को पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर फायरिंग की गई, जिसके बाद पुलिस ने राजा का एनकाउंटर कर दिया।
🧩 हत्या के पीछे की साजिश क्या?
अब तक की जांच से पता चला है कि इस हत्याकांड के पीछे व्यवसायिक रंजिश, संपत्ति विवाद या पुराना आर्थिक लेनदेन कारण हो सकता है। हालांकि पुलिस का कहना है कि हत्या के पीछे का पूरा मकसद और साजिश की परतें आज (मंगलवार) पूरी तरह उजागर कर दी जाएंगी।
पुलिस प्रवक्ता ने मीडिया को बताया:
"हत्याकांड में शामिल लगभग सभी मुख्य आरोपी या तो गिरफ्तार हो चुके हैं या उनकी पहचान हो चुकी है। पूरे मामले की पृष्ठभूमि और मकसद को लेकर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए विस्तार से जानकारी दी जाएगी।"
📌 अब तक की बड़ी उपलब्धियां
-
शूटर उमेश गिरफ्तार
-
हथियार सप्लायर राजा एनकाउंटर में ढेर
-
हत्या की साजिश में शामिल अन्य सहयोगियों की पहचान
-
डिजिटल सबूत, कॉल रिकॉर्ड्स और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच में तेजी
🗣️ क्या कहते हैं व्यापारी वर्ग?
गोपाल खेमका की हत्या के बाद पटना के व्यापारी वर्ग में भारी आक्रोश था। लेकिन पुलिस की तेज़ कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी से अब कुछ राहत की भावना है। कई व्यापारी संगठनों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की है, लेकिन साथ ही यह भी मांग की है कि
"ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सरकार और प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कानून व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।"

