
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति को देखते हुए सुरक्षा कारणों से भारत-नेपाल सीमा को सील कर दिया गया है। सीमा पर दो महीने के लिए रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। बिहार की नेपाल के साथ 729 किलोमीटर लंबी सीमा है। यहां आने-जाने वाले हर व्यक्ति की तलाशी ली जा रही है। एसएसबी कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। हमले की खबरों के बीच हर कोई भारतीय सेना की कार्रवाई के बारे में जानने को उत्सुक नजर आया और हर कोई जहां भी था, वहां से हर अपडेट पाने की कोशिश कर रहा था।
सीमा पर 24 घंटे गश्त
पूर्वी चंपारण के बगहा, रक्सौल के वाल्मीकिनगर पर जिला पुलिस के साथ एसएसबी के जवान नजर रख रहे हैं। इसके साथ ही सीतामढी, जयनगर, मधुबनी के माधवपुर और लौकहा के बैरगनिया और भिटमोड़ में भी चौकसी बढ़ा दी गयी है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के गुप्तचर एजेंटों को नेपाल सीमा के जरिए घुसपैठ करने से रोकने के लिए अररिया और किशनगंज की सीमाओं पर दिन-रात निगरानी की जा रही है।
बिहार पुलिस की छुट्टियां रद्द
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए बिहार सरकार ने सतर्कता बढ़ा दी है। राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए सभी प्रशासनिक, पुलिस और आपदा प्रबंधन अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं। इस आदेश को गंभीर सुरक्षा स्थिति और संभावित संकट से निपटने के लिए उठाया गया एहतियाती कदम माना जा रहा है।
आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट
सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. बी. राजेन्द्र द्वारा जारी आदेश के अनुसार, राज्यभर में किसी भी स्तर के प्रशासनिक या पुलिस अधिकारी को अवकाश नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही प्राकृतिक या मानव निर्मित संकटों से निपटने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले आपदा प्रबंधन विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं। इस समय राज्य सरकार पूरी सतर्कता के साथ किसी भी स्थिति पर नजर रख रही है।