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नेपाल में भारी बारिश का असर, बिहार में बाढ़ की आहट; गंगा-गंडक समेत 9 नदियों का जलस्तर बढ़ा, कई तटबंधों पर खतरा

नेपाल में भारी बारिश का असर, बिहार में बाढ़ की आहट; गंगा-गंडक समेत 9 नदियों का जलस्तर बढ़ा, कई तटबंधों पर खतरा

बिहार में एक बार फिर बाढ़ का संकट मंडराने लगा है। पड़ोसी देश नेपाल में लगातार हो रही भारी बारिश का सीधा असर राज्य की नदियों पर पड़ रहा है। वहीं, मानसून की एंट्री के साथ ही राज्य के कई जिलों में तेज बारिश शुरू हो चुकी है, जिससे गंगा, गंडक, कोसी और बागमती सहित 9 प्रमुख नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।

बढ़ते जलस्तर के चलते राज्य के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनने लगी है, तो वहीं कई स्थानों पर तटबंध और बांध क्षतिग्रस्त होने की खबरें भी सामने आ रही हैं। प्रशासन ने हालात को देखते हुए अलर्ट मोड में काम शुरू कर दिया है और संवेदनशील क्षेत्रों में तटबंधों की निगरानी तेज कर दी गई है।

नेपाल में बारिश से बिगड़ा संतुलन

नेपाल के तराई और पहाड़ी इलाकों में बीते तीन दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। इन क्षेत्रों से निकलने वाली कई नदियां बिहार में प्रवेश करती हैं, जिनमें गंडक, कोसी और बागमती प्रमुख हैं। नेपाल से छोड़े गए अतिरिक्त पानी के कारण इन नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया है, जिससे सीमावर्ती जिलों – सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और दरभंगा में हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं।

ये नदियां उफान पर

राज्य सरकार की जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल गंगा, गंडक, कोसी, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला बलान, महानंदा, अधवारा और घाघरा नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। कई नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी हैं, जबकि कुछ स्थानों पर निचले इलाकों में पानी घुसने की शिकायतें भी मिली हैं।

बांधों और तटबंधों की स्थिति गंभीर

बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने तटबंधों और पुराने बांधों की निगरानी बढ़ा दी है। कई स्थानों पर सतही कटाव और रिसाव की सूचनाएं आई हैं, जिस पर जल संसाधन विभाग की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।

सीवान, गोपालगंज और मोतिहारी जिलों में कुछ पुराने तटबंधों की स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है। वहां बाढ़ सुरक्षा दलों को तैनात किया गया है और स्थानीय प्रशासन को चौकन्ना रहने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रशासन की तैयारियां तेज

बिहार सरकार ने संभावित बाढ़ से निपटने के लिए जिला अधिकारियों को राहत केंद्र तैयार रखने, संचार और परिवहन के वैकल्पिक साधनों की व्यवस्था, और साफ पानी व जरूरी दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें भी संवेदनशील जिलों में सक्रिय कर दी गई हैं।

अगले 72 घंटे अहम

मौसम विभाग ने आगामी 72 घंटों में बिहार के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इससे नदियों के जलस्तर में और भी बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसे में बाढ़ प्रभावित जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।

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