गोपालगंज के दबंग नेता और पूर्व सांसद काली प्रसाद पांडेय का निधन, जिले में शोक की लहर
बिहार की राजनीति के एक प्रभावशाली और दबंग नेता, पूर्व सांसद काली प्रसाद पांडेय का बुधवार देर रात निधन हो गया। वे पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे और इलाज के लिए दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती थे। बुधवार (22 अगस्त) की रात करीब 9:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से परिवार में मातम और पूरे गोपालगंज जिले में शोक की लहर फैल गई है।
69 वर्षीय काली प्रसाद पांडेय बिहार की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम थे। वे अपनी दमदार छवि, बेबाक शैली और जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे। खास तौर पर गोपालगंज जिले में उन्हें एक जननायक और जनप्रतिनिधि के रूप में लोग याद करते हैं।
बीमारी से जूझ रहे थे
पिछले कुछ महीनों से काली प्रसाद पांडेय गंभीर रूप से बीमार थे। परिवार के अनुसार, उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए दिल्ली लाया गया। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके निधन की खबर मिलते ही राजनीतिक गलियारों से लेकर आम जनमानस तक शोक की लहर दौड़ गई।
राजनीतिक जीवन
काली प्रसाद पांडेय ने कांग्रेस पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी और बाद में कई अन्य दलों से भी जुड़े। वे गोपालगंज से लोकसभा सांसद रह चुके थे और कई बार विधायक पद पर भी निर्वाचित हुए। उनके राजनीतिक जीवन की विशेषता रही है कि उन्होंने हमेशा जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता दी और गरीबों की आवाज को सदनों तक पहुंचाया।
उनकी छवि एक बाहुबली और दबंग नेता की रही, लेकिन साथ ही वे जनता के बीच बेहद लोकप्रिय भी थे। गोपालगंज और आसपास के इलाकों में वे एक ऐसा नाम थे, जिसे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक जानते थे।
परिवार और अंतिम संस्कार
काली प्रसाद पांडेय अपने पीछे पत्नी, भाई, तीन बेटे और एक बड़ा राजनीतिक परिवार छोड़ गए हैं। उनके छोटे भाई आदित्य नारायण पांडेय वर्तमान में भाजपा के विधान परिषद सदस्य (MLC) हैं। अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को लेकर पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर गोपालगंज लाया जाएगा, जहां अंतिम दर्शन के लिए आमजन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
नेताओं ने जताया शोक
कई वरिष्ठ नेताओं, सांसदों, विधायकों और मंत्रियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, "काली प्रसाद पांडेय जी का जाना बिहार की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। वे एक कर्मठ और जनसेवी नेता थे।" उनके निधन पर विधानसभा और लोकसभा में भी श्रद्धांजलि अर्पित किए जाने की संभावना है।

