जनसुराज के पूर्व जिलाध्यक्ष गुलाम रसूल कप्तान RJD में हुए शामिल, सैकड़ों समर्थकों के साथ थामा लालटेन का दामन
बिहार की सियासत में एक और बड़ा राजनीतिक फेरबदल उस समय देखने को मिला जब जनसुराज के पूर्व जिलाध्यक्ष और फुलवरिया प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष गुलाम रसूल कप्तान ने सोमवार को पटना में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सदस्यता ग्रहण कर ली। उन्होंने यह कदम अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ उठाया, जिससे पार्टी में नया उत्साह देखने को मिला है।
गुलाम रसूल कप्तान का राजद में शामिल होना आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। उनका क्षेत्र में अच्छा जनाधार माना जाता है, खासकर फुलवरिया और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां वे वर्षों से पंचायत राजनीति में सक्रिय हैं।
तेजस्वी यादव के नेतृत्व में दिखाया भरोसा
राजद की सदस्यता ग्रहण करते हुए गुलाम रसूल कप्तान ने कहा कि उन्होंने तेजस्वी यादव के नेतृत्व और सामाजिक न्याय की विचारधारा से प्रभावित होकर यह निर्णय लिया है।
“राजद ही वह पार्टी है जो बिहार के गरीब, पिछड़े और किसानों की सच्ची आवाज बनकर खड़ी है। जनसुराज आंदोलन में रहकर हमने जनता के सवाल उठाए, लेकिन अब उन्हें सही मंच पर उठाने के लिए राजद का साथ जरूरी है,” — गुलाम रसूल कप्तान
पार्टी नेताओं ने किया स्वागत
राजद के प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने गुलाम रसूल कप्तान और उनके समर्थकों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस मौके पर राजद के संगठन महासचिव, कई विधायक और जिला स्तर के पदाधिकारी उपस्थित रहे। नेताओं ने इसे पार्टी के लिए एक संगठनात्मक मजबूती के तौर पर देखा।
समर्थकों में उत्साह, जनाधार मजबूत करने की तैयारी
गुलाम रसूल के साथ आए सैकड़ों समर्थकों ने भी राजद की सदस्यता ली। ये समर्थक जिले के विभिन्न पंचायतों, वार्डों और ग्रामीण इलाकों से पहुंचे थे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि गुलाम रसूल की एंट्री से राजद को फुलवरिया और गया जिले के कई हिस्सों में स्थानीय स्तर पर लाभ मिल सकता है, खासकर पंचायत प्रतिनिधियों और अल्पसंख्यक मतदाताओं के बीच।
जनसुराज को लगा झटका
इधर गुलाम रसूल कप्तान के इस फैसले को जनसुराज आंदोलन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। जहां एक ओर जनसुराज की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, वहीं राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि संगठन के आंतरिक मतभेद अब सतह पर आ रहे हैं।

