झारखंड की बारिश से बिहार में बाढ़ जैसे हालात, जल संसाधन विभाग ने शुरू की बड़ी कार्रवाई

झारखंड राज्य में लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण दक्षिण बिहार में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। झारखंड से निकलने वाली निरंजना, मुहाने, उत्तर कोयल, सकरी, पचाने सहित अन्य नदियों में अत्यधिक जलस्तर दर्ज किया गया है। इसके चलते गया, नालंदा, जहानाबाद और पटना जिले के कई गांवों में पानी घुसने से स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कई जगहों पर बांध भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
नदियों का बढ़ा जलस्तर:
झारखंड में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने इन प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है। निरंजना, मुहाने, उत्तर कोयल, सकरी, और पचाने नदियों में पानी का बहाव सामान्य से कई गुना अधिक हो गया है। इन नदियों के उफान पर आने से कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इससे हजारों लोग प्रभावित हो गए हैं और सैकड़ों एकड़ फसलें जलमग्न हो गई हैं।
पानी घुसने से गांवों में तबाही:
गया, नालंदा, जहानाबाद और पटना जिले के कई गांवों में पानी घुसने से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। ग्रामीण इलाकों में फसलें बर्बाद हो गई हैं और घरों में पानी घुसने से संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है। कई जगहों पर पानी इतनी तेजी से बढ़ा कि लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने की कोशिश की है, लेकिन पानी के बहाव की तीव्रता के कारण राहत कार्यों में भी बाधा आ रही है।
बांधों की क्षति:
इस बाढ़ के कारण कई स्थानों पर बांध भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे हालात और भी विकट हो गए हैं। बांधों की स्थिति के मद्देनजर जल संसाधन विभाग ने तुरंत एक्शन लिया है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राहत कार्य तेज कर दिए हैं। कई बांधों की मरम्मत के लिए टीमें रवाना की गई हैं, ताकि जलस्तर को नियंत्रित किया जा सके और आगे की संभावित तबाही को रोका जा सके।
जल संसाधन विभाग की कार्रवाई:
जल संसाधन विभाग ने बाढ़ की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की है। विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में जलस्तर की निगरानी तेज कर दी है और बांधों की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। विभाग ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने की दिशा में भी काम करना शुरू कर दिया है। साथ ही, जिला प्रशासन को भी निर्देशित किया गया है कि वे अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करें और राहत सामग्री वितरण सुनिश्चित करें।
आपदा प्रबंधन और बचाव कार्य:
बिहार सरकार ने आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात कर दिया है और बचाव कार्यों के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमों को भी प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है, ताकि जल्द से जल्द फंसे हुए लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा सके।