
टीएमबीयू के पेंशनरों का दर्द एक के बाद एक सामने आ रहा है। विश्वविद्यालय ने वेतन अंतर, एरियर, वेतन और सेवानिवृत्ति लाभ जैसे विभिन्न मदों का भुगतान नहीं किया है। इसी कड़ी में बीएन कॉलेज के पूर्व प्राचार्य दिवंगत प्रोफेसर अभिमन्यु कुमार चौधरी की पत्नी को चार साल बाद भी दो माह 10 दिन का वेतन नहीं मिला है। इसको लेकर उन्होंने कई बार विश्वविद्यालय कार्यालय का चक्कर लगाया। रजिस्ट्रार को लिखित आवेदन भी दिया, लेकिन भुगतान नहीं हुआ। इंदु चौधरी ने कहा कि परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। विश्वविद्यालय के किसी भी अधिकारी या संबंधित पदाधिकारी ने उनकी बात नहीं सुनी। जबकि उनके पति ने ईमानदारी से कॉलेज की सेवा की। वे कॉलेज के विकास में हमेशा अग्रणी रहे।
वेतन बिक्री प्रपत्र देने के बाद भी पेंशन में कटौती
इंदु चौधरी ने कहा कि वेतन बिक्री प्रपत्र देने के बाद भी 10 प्रतिशत कटौती कर पारिवारिक पेंशन का भुगतान किया जा रहा है। इसे लेकर वे विश्वविद्यालय के अधिकारी से मिलीं। सारे कागजात दिखाने के बाद भी पूरा भुगतान नहीं हुआ है। पिछले चार साल से पेंशन में कटौती हो रही है। उन्होंने बताया कि बकाया राशि से कटौती कर दो लाख रुपये का भुगतान भी कर दिया गया। इस मामले में अप्रैल 2025 को रजिस्ट्रार को लिखित आवेदन दिया गया है। रजिस्ट्रार ने मामले का निपटारा करने का आश्वासन दिया है। पति के निधन के बाद दो साल तक मिली पेंशन बीएन कॉलेज के पूर्व प्राचार्य स्व. प्रो. अभिमन्यु कुमार चौधरी का निधन 11 अगस्त 2021 को हो गया था। पत्नी इंदु चौधरी ने बताया कि पारिवारिक पेंशन पाने के लिए दो साल तक विश्वविद्यालय का चक्कर लगाना पड़ा। वर्ष 2023 में दस प्रतिशत पेंशन कटने लगी। जबकि वर्ष 2016 से अब तक सातवें वेतन के वेतन अंतर की राशि का भुगतान नहीं किया गया है। विश्वविद्यालय के अधिकारी यह भी नहीं बता रहे हैं कि वेतन अंतर की राशि उन्हें कैसे मिलेगी। पैसे के अभाव में उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि दो साल से पारिवारिक पेंशन नहीं मिलने से घर की स्थिति काफी खराब हो गयी है।