अब बिहार के सभी शहरों में नियमों का उल्लंघन कर मकान बनाने वालों पर कार्रवाई होगी। अब पटना समेत सभी शहरों में ऐसे घरों की पहचान की जाएगी। यदि आपने नक्शे के अनुसार भवन का निर्माण नहीं किया है तो कार्रवाई की जाएगी। सबसे पहले यह जांच की जाएगी कि भवन का निर्माण फ्लोर एरिया रेशियो मानक के अनुसार किया गया है या नहीं। यदि कोई अनियमितता पाई गई तो कार्रवाई निश्चित है।
सबसे पहले यहां पटना में जांच होगी...
सबसे पहले पटना के सगुना मोड़ से दानापुर स्टेशन तक बने भवनों के एफएआर मानदंडों की जांच की जाएगी। अब यदि कोई अनियमितता पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घोषणा बिहार विधान परिषद में नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश कुमार ने की। दरअसल, बुधवार को सदन की कार्यवाही के दौरान मंत्री डॉ. संजीव कुमार सिंह के तारांकित प्रश्न और सौरभ कुमार के पूरक प्रश्न का जवाब दे रहे थे। इस बीच उन्होंने कहा कि जांच में यह पता लगाया जाएगा कि एफएआर का उल्लंघन हुआ है या नहीं।
पटना में ट्रैफिक जाम का मुद्दा विधान परिषद में उठाया गया।
मंत्री ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम गठित की जाएगी। जिसके माध्यम से सभी भवनों का एफएआर स्तर पर निरीक्षण किया जाएगा। यह जांच पूरे राज्य में की जाएगी। वहीं विधान परिषद में एमएलसी संजीव कुमार सिंह ने दानापुर में नारियल घाट से लेकर तकिया मोड़ तक सड़कों पर डीजे व अन्य वाहनों की पार्किंग का मुद्दा भी उठाया। इसी कारण करबिगहिया में भी जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी। इस संबंध में मंत्री ने कहा कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।