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 आषाढ़ के आखिरी मंगलवार को हनुमान मंदिरों में उमड़ेगी भक्तों की भीड़, गढ़पहरा में भरेगा मेला
 

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बिहार चुनाव 2025 की घोषणा से पहले सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मनीष कश्यप सोमवार को प्रशांत किशोर की पार्टी में शामिल हो गए। वे पटना में अपने कुछ समर्थकों के साथ जनसुराज पार्टी में शामिल हुए। मनीष ने कुछ महीने पहले ही भाजपा से इस्तीफा दिया था।

कौन हैं मनीष कश्यप

मनीष कश्यप एक यूट्यूबर हैं और उनके यूट्यूब चैनल पर 1 करोड़ से ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं। कुछ साल पहले तमिलनाडु पुलिस ने उन्हें फ़र्जी वीडियो बनाने के आरोप में पकड़ा था। ये वीडियो बिहारी मज़दूरों की पिटाई और गाली-गलौज पर बनाए गए थे। इस गिरफ़्तारी के बाद मनीष कश्यप बिहार में और मशहूर हो गए।

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए

मनीष कश्यप ने पिछले महीने भाजपा छोड़ दी थी। वे 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में शामिल हुए थे। लेकिन भाजपा ने उन्हें चुनाव लड़ने का टिकट नहीं दिया। इसी साल जून में उन्होंने भाजपा से इस्तीफ़ा देते हुए एक वीडियो जारी किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में उनका इस्तेमाल किया और फिर उन्हें अकेला छोड़ दिया।

कैसे पार लगेगी प्रशांत किशोर की नैया?

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मनीष कश्यप के यूट्यूब पर काफ़ी सब्सक्राइबर हैं। इनमें से आधे से ज़्यादा सब्सक्राइबर बिहार के निवासी हैं या फिर राज्य से बाहर रहने वाले बिहारी हैं। मनीष कश्यप के पूरे बिहार में आने से प्रशांत किशोर को फ़ायदा हो सकता है। ये सब्सक्राइबर किसी न किसी तरह मनीष कश्यप की पोस्ट से सहमत हैं। जो भी हो, मनीष कश्यप सरकार विरोधी प्रचार में ज़्यादा माहिर हैं। उनकी यह रणनीति प्रशांत किशोर का मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकती है।

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