राजधानी में सड़कों पर अंधेरा छंटेगा! नगर निगम ने खराब स्ट्रीट लाइटों पर कसी नकेल, शुरू हुई बड़ी कार्रवाई
राजधानी की सड़कों पर फैले अंधेरे और खराब स्ट्रीट लाइटों से परेशान लोगों को अब राहत मिलने वाली है। नगर निगम ने शहर में बड़ी संख्या में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को लेकर सख्त रुख अपनाया है और संबंधित ठेकेदारों व अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की शुरुआत कर दी है।
शहर की गलियों में अंधेरे से बढ़ रही थी परेशानी
पिछले कई महीनों से राजधानी की विभिन्न कॉलोनियों, मुख्य सड़कों और मोहल्लों में स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी थीं, जिससे रात के समय लोगों को चलने में असुविधा हो रही थी। अंधेरे का फायदा उठाकर कई जगहों पर छीनाझपटी और आपराधिक घटनाएं भी सामने आई थीं।
स्थानीय नागरिकों ने बार-बार शिकायत की, लेकिन नगर निगम की अनदेखी से स्थिति जस की तस बनी रही। सोशल मीडिया और नगर निगम के जन शिकायत पोर्टल पर भी सैकड़ों शिकायतें दर्ज की गई थीं।
अब निगम की नींद टूटी, कार्रवाई शुरू
अब नगर निगम ने इस पर गंभीरता दिखाते हुए, जिन क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइटें खराब पाई गई हैं, वहां के सुपरवाइजरों और ठेकेदारों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके साथ ही खराब स्ट्रीट लाइटों की लिस्ट तैयार कर उनकी मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है।
नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया:
"शहर की सड़कों को अंधेरे से मुक्त करना हमारी प्राथमिकता है। जिन ठेकेदारों ने लाइटों की देखरेख में लापरवाही बरती है, उनके खिलाफ अनुबंध रद्द करने और जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जा रही है।"
15 दिनों में सुधरेगी स्थिति
नगर निगम ने सभी जोनों को 15 दिनों की समयसीमा दी है, जिसके भीतर उन्हें अपने क्षेत्र की सभी खराब स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करना होगा। इसके लिए 24 घंटे कार्य योजना पर अमल शुरू कर दिया गया है। कुछ प्रमुख मार्गों पर नई LED स्ट्रीट लाइटें लगाने का प्रस्ताव भी पास किया गया है।
जनता को मिल रही राहत
नगर निगम की इस सक्रियता से स्थानीय नागरिकों में संतोष है। कई जगहों पर पहले ही लाइटें ठीक कर दी गई हैं, जिससे रात में पैदल चलने वालों और वाहन चालकों को राहत मिली

