‘आपातकाल का काला अध्याय’ पटना में BJP का बड़ा कार्यक्रम, 25-28 जून तक राज्यव्यापी अभियान का ऐलान

देश में लगे आपातकाल के 50 साल पूरे होने के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार को राजधानी पटना में एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम को ‘आपातकाल का काला अध्याय’ नाम दिया गया, जिसमें पार्टी ने आपातकाल के समय की सच्चाई को जनता के सामने लाने का संकल्प दोहराया।
इस मौके पर बिहार विधानसभा के विस्तारित भवन में हुए इस आयोजन में बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने 25 जून 1975 को लागू किए गए आपातकाल को भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला दिन करार दिया।
🗓️ राज्यभर में 25 से 28 जून तक चलेगा विशेष अभियान
कार्यक्रम में भाजपा ने ऐलान किया कि 25 जून से 28 जून तक बिहार के हर जिले, प्रखंड और पंचायत स्तर तक विशेष जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
इस दौरान
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छोटे-छोटे जनसभाएं,
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पोस्टर-बैनर के जरिए प्रचार,
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आपातकाल के दौरान जेल गए नेताओं की कहानियां,
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और शैक्षणिक संस्थानों में संगोष्ठियां आयोजित की जाएंगी।
🗣️ बीजेपी नेताओं का बयान
कार्यक्रम में मौजूद नेताओं ने कहा कि
"आपातकाल के दौरान लाखों लोगों को जेल में डाला गया, प्रेस की स्वतंत्रता छीनी गई, और संविधान के मूल अधिकारों को रौंदा गया।"
नेताओं ने यह भी दोहराया कि जनता को आपातकाल के खतरों के बारे में जागरूक करना लोकतंत्र की रक्षा के लिए जरूरी है।
📚 इतिहास का स्मरण और नई पीढ़ी को संदेश
कार्यक्रम में कई वक्ताओं ने कहा कि नई पीढ़ी को यह जानना जरूरी है कि किस तरह 1975 में सत्ता के दुरुपयोग से देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को कुचला गया।
इस अवसर पर आपातकाल से संबंधित पुस्तिकाएं और स्मृति सामग्री भी वितरित की गई।
🛑 आपातकाल: एक नजर में
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लागू: 25 जून 1975 – 21 मार्च 1977
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घोषित करने वाली: तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
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कारण: आंतरिक अशांति का हवाला
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असर:
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नागरिक अधिकारों का निलंबन
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प्रेस सेंसरशिप
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विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी
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न्यायपालिका पर दबाव
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