बंगाल की खाड़ी में उठ रहे चक्रवाती तूफ़ान से बिहार में मचेगी तबाही, भयंकर आंधी-बारिश का हाई अलर्ट जारी

देशभर में मानसून ने जोर पकड़ लिया है और अब इसका असर बिहार पर भी पड़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश, तेज हवाएं और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। पूर्वी भारत में सक्रिय मौसम प्रणाली का सीधा असर बिहार, खासकर दक्षिणी और पूर्वी जिलों पर पड़ने की उम्मीद है। बंगाल की खाड़ी से निकला यह सिस्टम झारखंड होते हुए बिहार की ओर बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के तटीय इलाकों में बना कम दबाव का क्षेत्र अब धीरे-धीरे झारखंड होते हुए बिहार की ओर बढ़ रहा है। इस सिस्टम के साथ ही 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक एक चक्रवाती परिसंचरण भी सक्रिय है, जो आने वाले दिनों में भारी बारिश की स्थिति पैदा कर सकता है। पटना समेत इन जिलों में भारी बारिश की संभावना
पटना, गया, भागलपुर, पूर्णिया, कटिहार, सासाराम, औरंगाबाद, नालंदा, नवादा, सुपौल समेत दक्षिण और पूर्वी बिहार के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश और 30-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने बिजली गिरने की संभावना को भी गंभीरता से लिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
बिहार के पास से गुजर रही है मानसून की ट्रफ लाइन
आईएमडी के मुताबिक, मानसून की ट्रफ लाइन फिलहाल श्रीगंगानगर होते हुए बिहार और पूर्वोत्तर की ओर बढ़ रही है। इसके साथ ही यूपी से झारखंड तक एक ईस्ट-वेस्ट ट्रफ भी सक्रिय है, जो 0.9 से 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई में प्रभावी है। इसके चलते अगले 48 घंटों में बिहार में भारी बारिश हो सकती है।
मछुआरों और किसानों से सतर्क रहने की अपील
बंगाल की खाड़ी और आसपास के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलने से समुद्र में स्थिति गंभीर बनी हुई है। ऐसे में बिहार के सीमावर्ती जिलों के मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। वहीं, कृषि कार्य में लगे किसानों को भी अगले दो दिनों तक विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।