Samachar Nama
×

मुजफ्फरपुर के साहेबगंज स्कूल में मिली 'नागमणि' की क्रिस्टलनुमा चीज, क्या है इसकी सच्चाई

मुजफ्फरपुर के साहेबगंज स्कूल में मिली 'नागमणि' की क्रिस्टलनुमा चीज, क्या है इसकी सच्चाई

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज स्कूल में हाल ही में एक क्रिस्टलनुमा चीज मिलने की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। यह वस्तु कथित तौर पर विषैले गेहूमन सांप द्वारा छोड़ी गई बताई जा रही है, जिसे स्थानीय लोग नागमणि समझ रहे हैं। इस घटना के बाद इलाके में तरह-तरह की अफवाहें फैलने लगी हैं, और लोग इस क्रिस्टलनुमा चीज को लेकर उत्सुक और आशंकित हैं।

क्या है नागमणि?

भारत में नागमणि का एक प्राचीन और लोकप्रिय मिथक है, जिसमें यह माना जाता है कि सांप (विशेष रूप से नाग) अपनी त्वचा से एक तरह की जादुई मणि छोड़ते हैं, जिसे नागमणि कहा जाता है। यह मणि, जो चमकदार और क्रिस्टल जैसी दिखती है, को कई तरह की ताकतों से जोड़कर देखा जाता है, जैसे अमरता, धन-धान्य की प्राप्ति, और कई अन्य अलौकिक शक्तियां। यह विश्वास काफी पुराना है और भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान रखता है, लेकिन इसे अंधविश्वास के रूप में भी देखा जाता है।

सांप द्वारा छोड़ी जाने वाली चीज़ें:

वास्तव में, सांप अपनी त्वचा को समय-समय पर बदलते हैं, और यह प्रक्रिया लिन्गिंग कहलाती है। जब सांप अपनी पुरानी त्वचा को छोड़ता है, तो वह एक पतली और पारदर्शी परत छोड़ता है, जिसे कई बार लोगों द्वारा क्रिस्टलनुमा या चमकदार समझ लिया जाता है। यह परत आमतौर पर सांप की पुरानी त्वचा होती है, जो नरम और पारदर्शी होती है।

इस प्रक्रिया में सांप अपनी पूरी पुरानी त्वचा को छोड़कर उसे बदलता है, और इस पुरानी त्वचा का रंग सफेद या पारदर्शी हो सकता है, जिससे यह चमकदार और क्रिस्टल जैसी दिख सकती है। इस कारण से लोग इसे नागमणि या जादुई मणि मान लेते हैं। हालांकि, यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सांप की त्वचा का हिस्सा होता है, ना कि कोई विशेष मणि या अलौकिक वस्तु।

क्या यह सच में नागमणि है?

सच्चाई यह है कि नागमणि जैसी कोई वस्तु वास्तविकता में नहीं होती। सांपों द्वारा छोड़ी जाने वाली इस क्रिस्टल जैसी वस्तु दरअसल उनकी पुरानी त्वचा का हिस्सा है। यह किसी भी अलौकिक या जादुई गुण से रहित होती है। इसके अलावा, सांपों के शरीर में किसी प्रकार की ऐसी मणि बनने की कोई वैज्ञानिक प्रमाणिकता नहीं है।

Share this story

Tags