पटना में फिर अपराधियों का तांडव, रामकृष्ण नगर में कारोबारी की हत्या से मचा हड़कंप
बिहार की राजधानी पटना में अपराध बेलगाम होता जा रहा है। लॉ एंड ऑर्डर लगातार सवालों के घेरे में है और अपराधियों के हौसले दिन-ब-दिन बुलंद होते जा रहे हैं। शुक्रवार की रात रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र में एक और कारोबारी की बेरहमी से हत्या कर दी गई, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। यह घटना राजधानी में बढ़ती आपराधिक घटनाओं की एक और कड़ी बन गई है, जिसने न केवल आमजन को डरा दिया है बल्कि सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृत कारोबारी की पहचान स्थानीय व्यवसायी के रूप में हुई है, जो देर रात किसी काम से अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान अज्ञात अपराधियों ने उन्हें निशाना बनाया और ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी। घटना के बाद कारोबारी की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची
हत्या की खबर मिलते ही रामकृष्ण नगर थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मौके से कुछ खोखे और सीसीटीवी फुटेज बरामद किए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए कब्जे में लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, मामले की गहराई से जांच की जा रही है और जल्द ही अपराधियों को पकड़ने का दावा किया गया है।
इलाके में दहशत, व्यापारियों में आक्रोश
इस घटना के बाद क्षेत्र के व्यापारियों और स्थानीय लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। उनका कहना है कि राजधानी में आए दिन कारोबारियों को निशाना बनाया जा रहा है और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। पिछले कुछ महीनों में पटना में व्यापारियों पर हमले और हत्या की कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे कारोबारी वर्ग में भय का माहौल बन गया है।
विपक्ष का सरकार पर हमला
घटना को लेकर विपक्ष ने नीतीश सरकार पर सीधा हमला बोला है। राजद और कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है। तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा, "जब राजधानी में ही लोग सुरक्षित नहीं हैं, तो बाकी बिहार का क्या हाल होगा? क्या यही सुशासन है?"
एनडीए सहयोगियों की भी तीखी प्रतिक्रिया
यह पहली बार नहीं जब कानून-व्यवस्था पर सवाल उठे हों। हाल ही में एनडीए सहयोगी दल LJP(R) के सांसद अरुण भारती ने भी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि गठबंधन धर्म निभाना ठीक है, लेकिन राज्य की जनता की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता।
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
हालांकि पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही इस मामले का खुलासा कर दिया जाएगा, लेकिन आम जनता का भरोसा डगमगाता नजर आ रहा है। राजधानी में लगातार हो रही आपराधिक घटनाएं—चाहे वह छात्र को गोली मारने की घटना हो, लूटपाट या अब यह हत्या—सभी प्रशासन की नाकामी की ओर इशारा कर रही हैं।

