पटना में तेजी से पांव पसार रहा कोरोना, 5 दिनों में तेजी से बढ़े मरीज, 60 पहुंचा आंकड़ा

राजधानी में कोरोना संक्रमण के प्रति आम लोगों की उदासीनता का असर अब आंकड़ों में दिखने लगा है। स्थिति यह है कि जहां पहले 30 मरीज 12 दिनों में मिले थे, वहीं अगले 30 मरीज महज पांच दिनों में मिल गए। रविवार को आठ नए संक्रमित मिले, 23 मई से अब तक जिले में 60 संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से 39 मरीज अभी भी घर पर आइसोलेशन में इलाज करा रहे हैं, जबकि 31 ठीक हो चुके हैं। बता दें कि जिले में शनिवार को नौ, शुक्रवार को आठ और उसके पहले छह नए मरीज मिले थे। सिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को एम्स पटना में दो, निजी लैब में पांच और एनएमसीएच में एक संक्रमित मिला। नेउरा, दानापुर, दीघा, गोला रोड, राजीव नगर और वैशाली गैस एजेंसी के पास कुम्हरार निवासी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बता दें कि अब तक एम्स, आईजीआईएमएस, एनएमसीएच में कई डॉक्टर, नर्स, मेडिकल छात्र कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। छह साल के बच्चे से लेकर 78 साल के बुजुर्ग तक अब तक किसी कोरोना मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं होना पड़ा है। सभी मरीजों में सर्दी-खांसी, गले में दर्द, बुखार, बदन-सिर दर्द जैसे लक्षण अलग-अलग थे। तीन दिन तक बुखार रहने के बाद अधिकांश लोगों की जांच कराई गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। मरीजों की संख्या बढ़ी तो विशेषज्ञ सावधानी पर देने लगे जोर सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 39 है। सभी का इलाज घर पर ही चल रहा है। अब तक 60 संक्रमितों में से किसी को भी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी है। इसके विपरीत पिछले कुछ दिनों में देश व प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद चिकित्सा विशेषज्ञ कोरोना अनुकूल नियमों का सख्ती से पालन करने की सलाह देने लगे हैं। कोरोना से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान मास्क पहनें, खासकर सार्वजनिक भीड़भाड़ वाले स्थानों व बंद जगहों पर। हाथों की सफाई, किसी अपरिचित सतह को छूने के बाद अपने हाथों को साबुन से 20 सेकेंड तक धोएं या सैनिटाइज करें। लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं: कोरोना के लक्षण दिखते ही खुद को आइसोलेट कर लें और जांच कराएं।
बुजुर्ग, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, कैंसर, हृदय, मधुमेह या किडनी के मरीज जैसे कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को घर पर सुरक्षित रखें।