बिहार में अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सभी दल चुनावी मैदान में खुद को मजबूत दिखाने की कोशिश में जुटे हैं। इसी बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बुधवार, 23 जुलाई को एक अहम बयान देकर सियासी हलचल और तेज कर दी है।
हालांकि चिराग पासवान के इस बयान की पूरी जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, उन्होंने सीट शेयरिंग, एनडीए में पार्टी की भूमिका और अपने नेतृत्व को लेकर बड़ा दावा किया है। चिराग ने यह भी संकेत दिए हैं कि उनकी पार्टी बिहार चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चिराग पासवान अपने पिता रामविलास पासवान की विरासत को आगे बढ़ाते हुए बिहार की राजनीति में खुद को मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रयासरत हैं। ऐसे में उनका यह बयान आने वाले दिनों में चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।
चुनावी मौसम में इस तरह के बयान आम जनता और गठबंधन के भीतर समीकरणों पर भी असर डाल सकते हैं। अब देखना यह होगा कि एनडीए में सहयोगी दल इस बयान पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और चिराग पासवान की रणनीति कितनी कारगर साबित होती है।

