
भागलपुर टीएमबीयू के पीजी जूलॉजी विभाग में तितली पार्क बनेगा। इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। विभाग परिसर में पार्क बनाने के लिए जगह चिह्नित कर ली गई है। पार्क के निर्माण पर विवि प्रशासन 9.17 लाख रुपये खर्च करेगा। इस संबंध में टेंडर जारी कर दिया गया है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस दिशा में काम शुरू हो जाएगा। बताया जा रहा है कि पार्क में विभिन्न प्रजातियों की तितलियां रखी जाएंगी। विभाग में तितलियों पर हो रहा है शोध पीजी जूलॉजी विभाग के वरीय शिक्षक प्रोफेसर इकबाल अहमद ने बताया कि उनकी देखरेख में तितलियों पर शोध हो रहा है। भागलपुर में अब तक तितलियों की 48 प्रजातियां पाई गई हैं।
इनमें से 19 प्रजातियां बिहार में पहली बार मिली हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा प्रजातियां सामने आ रही हैं। बताया गया कि तितलियां जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के बीच की अहम कड़ी हैं। पर्यावरण में तितलियों के महत्व को देखते हुए अभी भी इन पर शोध जारी है। बताया गया कि तितली प्रजातियों में मुख्य रूप से प्लेन टाइगर, लेमन फैंसी, लेमन बटरफ्लाई, कॉमन क्रो, मोर आदि शामिल हैं। शोधकर्ता विजय भरत शोध कर रहे हैं। टीएमबीयू के कुलपति प्रोफेसर जवाहर लाल ने बताया कि पीजी जूलॉजी विभाग में तितली पार्क बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विभाग में इसके तैयार हो जाने पर यह पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाएगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में जब वे विभाग के दौरे पर आए थे, तब उन्हें शोध के बारे में जानकारी मिली। बताया कि परिसर में पार्क बनाया जाएगा। यहां अलग-अलग प्रजातियों की तितलियां अलग-अलग देख सकेंगे। पार्क में रंग-बिरंगी तितलियों की विलुप्त हो रही प्रजातियों को भी संग्रहित किया जाएगा।