गजबे है, बिहार में बिल्डरों ने प्लॉट महंगे बेचने के लिए बना डाला 'फर्जी पुल'
बिहार के पूर्णिया जिले से भू-माफियाओं की एक चौंकाने वाली करतूत सामने आई है। जमीन को ऊंचे दामों पर बेचने के लिए नदी पर पुल बनाया गया। अब नदी का प्रवाह दूसरी ओर मोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि इस पुल के निर्माण से उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहा है। हमसे झूठ बोला गया कि गांव के लोगों को फायदा होगा। पुल का निर्माण भी पूरा नहीं हो पा रहा है।
पूर्णिया में जमीन दलालों ने एक चौंकाने वाली वारदात को अंजाम दिया है। जमीन की कीमत चौगुनी करने के लिए भू-माफियाओं ने नदी पर पुल बना दिया। पुल के निर्माण के कारण नदी का प्रवाह बदल गया है। मामला नगर निगम क्षेत्र के बिन टोली का है, जहां करीब 150 बीघा जमीन भूमाफियाओं की नजर में है। इन लोगों ने कुछ स्थानीय राजनेताओं और निगम कर्मचारियों के साथ मिलकर गुप्त रूप से 30 लाख रुपए की लागत से पुल का निर्माण कर दिया। जबकि पुल का अधिकांश भाग अभी भी अधूरा है।
वहीं स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस पुल के निर्माण से उन्हें कोई फायदा नहीं होगा। पास में ही हवाई अड्डे के निर्माण के कारण कुछ जमीन दलाल घटिया गुणवत्ता का पुल बनाकर जमीन बेचना चाहते हैं, जबकि यह पुल नदी के बीच में है। निगम कर्मचारियों के सहयोग से नगर निगम का कचरा नदी में डालकर नदी के प्रवाह को मोड़ने का भी प्रयास किया जा रहा है।
नगर निगम की मिलीभगत से बना पुल
मामला नगर निगम के नगर आयुक्त के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने पुल को ध्वस्त करने के आदेश दिए। लेकिन पूर्व मिलीभगत के कारण निगम अधिकारी सिर्फ औपचारिकताएं पूरी करने के लिए जेसीबी लेकर आए और वापस लौट गए। बताया जाता है कि जमीन दलालों में निगम का एक सफेदपोश व्यक्ति भी शामिल है। जिनका नगर पालिका में बहुत प्रभाव है। वहीं, महज 3-4 परिवारों के विरोध के कारण दर्जनों पुलिस कर्मियों और निगम अधिकारियों का चले जाना अपने आप में सवाल खड़े कर रहा है।
मामले की जांच शुरू हो गई है।
इस बीच, पूर्णिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने पूरे मामले पर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने नगर आयुक्त को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इस पूरे मामले को लेकर पूर्णिया नगर निगम के नगर आयुक्त कुमार मंगलम ने कहा कि पुल निर्माण के लिए नगर निगम और जल संसाधन विभाग से कोई एनओसी नहीं ली गई है. उन्होंने नक्शे के अनुसार भूमि की मापी कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। नगर आयुक्त ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद सभी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।