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बीएससीबी बना इतिहास: डीजी लॉकर से जुड़ने वाला उत्तर और पूर्वी भारत का पहला सहकारी बैंक

बीएससीबी बना इतिहास: डीजी लॉकर से जुड़ने वाला उत्तर और पूर्वी भारत का पहला सहकारी बैंक

बिहार राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड (BSCB) ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए डिजिटल इंडिया की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। बीएससीबी भारत सरकार के डीजी लॉकर प्लेटफॉर्म से सफलतापूर्वक जुड़ने वाला उत्तर और पूर्वी भारत का पहला सहकारी बैंक बन गया है। यह उपलब्धि न केवल बैंक के तकनीकी विकास को दर्शाती है, बल्कि राज्य के सहकारी बैंकिंग क्षेत्र के लिए भी एक प्रेरणास्रोत है।

डीजी लॉकर एक डिजिटल सेवा है, जिसे भारत सरकार ने नागरिकों को उनके दस्तावेजों की डिजिटल स्टोरेज सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विकसित किया है। अब बीएससीबी के ग्राहक अपना खाता विवरण, पासबुक और अन्य बैंकिंग दस्तावेज डीजी लॉकर के माध्यम से डिजिटल रूप में कहीं भी और कभी भी एक्सेस कर सकेंगे। इससे बैंकिंग प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और सुविधाजनक होगी।

बैंक के प्रबंध निदेशक ने इस अवसर पर कहा कि, “हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि बीएससीबी देश के डिजिटल परिवर्तन में भागीदार बन चुका है। डीजी लॉकर से जुड़ाव ग्राहकों को एक सहज और सुरक्षित बैंकिंग अनुभव प्रदान करेगा।”

बिहार सरकार के सहकारिता विभाग और नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) के सहयोग से इस तकनीकी पहल को सफल बनाया गया है। इस परियोजना पर बीएससीबी की तकनीकी टीम ने कई महीनों तक काम किया और सभी जरूरी सुरक्षा मानकों को पूरा करते हुए डीजी लॉकर प्लेटफॉर्म से समेकन सुनिश्चित किया।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न सिर्फ बैंक के ग्राहकों को लाभ देगा, बल्कि अन्य सहकारी बैंकों के लिए भी एक आदर्श मॉडल के रूप में काम करेगा। डीजी लॉकर के माध्यम से बैंकिंग दस्तावेजों की डिजिटल उपलब्धता से कागजी कार्यवाही में लगने वाला समय कम होगा, जिससे ग्राहकों को तेजी से सेवाएं मिल सकेंगी।

इस पहल से बैंकिंग सेक्टर में डिजिटलीकरण और पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, ग्राहकों को अब दस्तावेजों के प्रिंटआउट लेकर शाखा में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मोबाइल ऐप या वेबसाइट के जरिए ही वे अपने दस्तावेज किसी भी समय डाउनलोड कर सकेंगे।

बीएससीबी की यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया विजन को जमीन पर साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है। भविष्य में बीएससीबी अपने अन्य तकनीकी सेवाओं को भी डीजी लॉकर और अन्य सरकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से जोड़ने की दिशा में काम कर रहा है।यह सफलता बिहार के सहकारी बैंकिंग क्षेत्र में तकनीकी नवाचार की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।

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