बिहार की राजधानी पटना स्थित जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय (जेपीएनआई) हवाई अड्डे पर शुक्रवार रात उस समय अफरा-तफरी मच गई जब अधिकारियों को ईमेल के जरिए बम विस्फोट की धमकी मिली। हालांकि, जांच के बाद यह धमकी अफवाह साबित हुई, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल सतर्कता बरतते हुए पूरे एयरपोर्ट परिसर की कड़ी निगरानी और तलाशी अभियान चलाया।
क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार रात करीब 9 बजे, हवाई अड्डे के निदेशक के आधिकारिक ईमेल पर एक संदिग्ध संदेश मिला, जिसमें बम विस्फोट की धमकी दी गई थी। ईमेल मिलते ही प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया और तत्काल बम खतरा आकलन समिति (BTAC) की आपात बैठक बुलाई गई।
सुरक्षा व्यवस्था की गई कड़ी
धमकी को गंभीरता से लेते हुए एयरपोर्ट प्रशासन ने सीआईएसएफ, स्थानीय पुलिस, एंटी-टेरर स्क्वॉड (ATS) और बम डिस्पोजल स्क्वॉड को सक्रिय कर दिया। एयरपोर्ट टर्मिनल, पार्किंग एरिया और रनवे के आसपास का क्षेत्र पूरी तरह से सील कर दिया गया और यात्रियों की तलाशी व पहचान की जांच भी तेज कर दी गई।
जांच में मिली राहत
शनिवार को जारी एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से आधिकारिक बयान में बताया गया कि बम खतरा आकलन समिति की गहन जांच और तलाशी के बाद यह साफ हो गया कि यह धमकी नकली और झूठी थी। समिति ने इसे अफवाह करार देते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया गया और सभी सावधानियों का पालन किया गया।
यात्रियों की आवाजाही पर असर नहीं
हालांकि कुछ समय के लिए यात्रियों की चेकिंग प्रक्रिया में देरी हुई, लेकिन कोई भी उड़ान रद्द नहीं की गई। प्रशासन ने सुनिश्चित किया कि यात्रियों को न्यूनतम असुविधा हो और सुरक्षा मानकों के तहत सभी फ्लाइट्स सुचारू रूप से संचालित होती रहीं।
आगे की कार्रवाई
हवाई अड्डे के निदेशक ने बताया कि संदिग्ध ईमेल की जांच साइबर सेल को सौंप दी गई है। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि धमकी देने वाला व्यक्ति कौन था और उसका उद्देश्य क्या था। प्रशासन ने ईमेल भेजने वाले की पहचान कर उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का भरोसा भी जताया है।

