ईटी गवर्मेंट डिजिटेक अवॉर्ड 2025 में बिहार की धूम, स्मार्ट प्रीपेड मीटर सिस्टम के लिए मिला गोल्ड अवॉर्ड
बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के बेहतर कार्यान्वयन के लिए बीएसपीएचसीएल को ईटी गवर्नमेंट डिजिटेक अवार्ड्स 2025 में गोल्ड अवार्ड मिला है। राज्य की अनूठी पहल 'बिहार-राष्ट्र के लिए यूनिवर्सल स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग का गौरवशाली मशाल वाहक' को जूरी द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन लीडर में स्वर्ण श्रेणी से सम्मानित किया गया। यह उपलब्धि बिहार के लिए गर्व की बात है, क्योंकि राज्य ने स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग के क्षेत्र में एक नया उदाहरण स्थापित किया है। यह पुरस्कार ऊर्जा विभाग के सचिव एवं बीएसपीएचसीएल के सीएमडी पंकज कुमार पाल द्वारा स्वीकार किया गया।
स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग लक्ष्य था
पाल ने कहा कि राज्य भर में स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग लागू करने का उद्देश्य उपभोक्ताओं को सशक्त बनाना, बिलिंग प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना और ऊर्जा प्रबंधन को अधिक कुशल बनाना है। इस पहल की सफलता में व्यापक प्रचार और जागरूकता अभियानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके तहत उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के लाभों के बारे में जागरूक किया गया तथा उन्हें अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
ग्राहकों को जागरूक किया गया
पंकज कुमार पाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में चेक मीटर लगाए गए हैं, ताकि उपभोक्ता स्वयं आकर जांच कर सकें कि डिजिटल और स्मार्ट मीटर में कोई अंतर तो नहीं है। सभी सरकारी भवनों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर भी लगाए जा रहे हैं। उपभोक्ताओं को पैम्फलेट वितरित कर तथा मोबाइल वैन के माध्यम से भी जागरूक किया गया। स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाए गए। जीविका दीदी ने गांवों में घर-घर जाकर लोगों को स्मार्ट मीटर की विशेषताओं से अवगत कराया। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं मेलों में स्टॉल लगाकर लोगों को स्मार्ट मीटर के लाभों के बारे में जानकारी दी गई। समय-समय पर उन्हें साइबर धोखाधड़ी से बचने के उपायों के बारे में भी जागरूक किया गया।
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'बिहार पूरे देश का नेतृत्व कर रहा है'
पाल ने आगे कहा कि वितरण कम्पनियों ने जन जागरूकता कार्यक्रमों, डिजिटल प्लेटफॉर्म, स्थानीय शिविरों, नुक्कड़ नाटकों, सोशल मीडिया और उपभोक्ता संवाद अभियानों जैसे विभिन्न माध्यमों से लोगों को यह समझाने का प्रयास किया है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बिजली उपभोक्ताओं को गलत बिलिंग से मुक्ति मिलेगी, ऊर्जा की बचत होगी और उनके खर्चों पर नियंत्रण होगा। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि आज बिहार स्मार्ट मीटरिंग अपनाने में पूरे देश में सबसे आगे है।
लाखों ग्राहक लाभान्वित हो रहे हैं
ऊर्जा सचिव पाल ने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग की यह दूरदर्शी पहल माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच एवं दृढ़ इच्छाशक्ति तथा माननीय ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव के नेतृत्व का परिणाम है। इस योजना को 2019 में गया जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था, ताकि उपभोक्ताओं को गलत बिलिंग की समस्या से राहत मिल सके और बिजली बिल का पारदर्शी रिकॉर्ड रखा जा सके। पायलट प्रोजेक्ट की सफलता को देखते हुए इसे पूरे राज्य में लागू किया गया। लाखों ग्राहक इसका लाभ उठा रहे हैं।

