Bihar News: चुनाव से पहले पल-पल रंग बदलती बिहार की सियासत, 'बायकॉट' वाले बयान के बाद निशाने पर तेजस्वी
अक्टूबर-नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक परिदृश्य हर दिन बदल रहा है। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के विरोध में विपक्ष संसद में हंगामा कर रहा है और इसका असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव के चुनाव बहिष्कार के बयान के बाद, भाजपा ने भी पलटवार किया है। दरअसल, तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी के पास आगामी चुनाव का बहिष्कार करने का 'विकल्प खुला' है। SIR के नाम पर धोखाधड़ी की जा रही है। इसके बाद, भाजपा नेताओं ने इसे राजद और कांग्रेस की हताशा करार दिया है। भाजपा ने कहा है कि तेजस्वी यादव और उनके सहयोगी चुनाव से पहले ही हार मान चुके हैं और अब चुनाव से भागने के बहाने ढूंढ रहे हैं।
'बहिष्कार' वाले बयान के बाद निशाने पर तेजस्वी
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि राजद सरकार के कार्यकाल में बिहार में जंगलराज और भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा, जिससे तेजस्वी यादव हताश और निराश हैं। राहुल गांधी और तेजस्वी को अब यह एहसास हो गया है कि बिहार की जनता ने उन्हें पूरी तरह से नकार दिया है, इसलिए वे अब चुनाव से भागने का बहाना ढूंढ रहे हैं। फर्जी और घुसपैठिए वोटों के कटने से राजद निराश है। यही वजह है कि तेजस्वी यादव अपनी करारी हार के लिए अभी से मतदाता सूची को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं। SIR तो बस एक बहाना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सहयोगी दल भी कांग्रेस को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
भाजपा सांसदों ने राजद नेताओं पर साधा निशाना
भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि चुनाव बहिष्कार की बात से दो ही तथ्य सामने आते हैं, या तो राजद के लोग समझ गए हैं कि आने वाले दिनों में उनकी हार निश्चित है, इसलिए वे बहाना बनाकर मैदान से दूरी बनाना चाहते हैं या फिर इसमें कोई बड़ी राजनीति करना चाहते हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव के चुनाव बहिष्कार वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा कि यह बहाना बनाने वाला बयान है, ताकि बाद में वे कह सकें कि उन्होंने पहले ही कहा था कि SIR उनकी हार का कारण है। भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि अब जनता राजद और उसके सहयोगियों का बहिष्कार कर रही है, उनकी नीतियों का बहिष्कार कर रही है। आज तेजस्वी यादव ज़मीनी हकीकत समझ गए हैं। उन्हें लगता है कि बिहार में कांग्रेस का कोई वजूद नहीं है, इसलिए वे चुनाव हारने से पहले ही मैदान छोड़ने की सोच रहे हैं। यही बिहार में उनकी अलोकप्रियता है।
संसद में हंगामे पर सांसद रविशंकर प्रसाद नाराज़
संसद में हंगामे के मुद्दे पर पटना साहिब से भाजपा सांसद और वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि विपक्ष और खासकर कांग्रेस सदन को चलने नहीं दे रही है। वे बाहर आकर कहते हैं कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा और सदन में बहस में हिस्सा नहीं लेते, इसका क्या मतलब है? उन्होंने कहा कि हम कहना चाहते हैं कि विपक्ष चर्चा करे, हम बहस के लिए तैयार हैं लेकिन कांग्रेस बहस से भाग रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार चुनाव कराना चुनाव आयोग का काम है। चुनाव बहिष्कार जैसे बयानों से साफ संकेत मिलता है कि कांग्रेस और राजद की हार तय है।

