Bihar Election: 'इसका प्रविधान तो संविधान में, बिहार चुनाव से पहले वोटर लिस्ट पर बवाल, अब चुनाव आयोग का आया जवाब

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। विपक्षी दल चुनाव आयोग के इस कदम का विरोध कर रहे हैं। इन सबके बीच सोमवार (30 जून 2025) को चुनाव आयोग ने कहा कि इसका पुनरीक्षण इसलिए जरूरी है क्योंकि मतदाता सूची कई कारणों से बदलती रहती है और संविधान में प्रावधान है कि केवल योग्य नागरिक ही मतदाता सूची का हिस्सा होने चाहिए और जो योग्य नहीं हैं उन्हें वोट देने का अधिकार नहीं होना चाहिए। विपक्षी दलों का कहना है कि गहन पुनरीक्षण के कारण राज्य मशीनरी का इस्तेमाल कर जानबूझकर मतदाताओं को बाहर किए जाने का खतरा है। इस संबंध में चुनाव आयोग ने बयान जारी कर कहा कि मतदाता सूची का पुनरीक्षण बहुत जरूरी है क्योंकि यह एक गतिशील सूची है, जो मृत्यु, लोगों के पलायन और 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके नए मतदाताओं के जुड़ने के कारण बदलती रहती है।