Bihar Election 2025 : बिहार चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में क्यों हो रहा संशोधन, इलेक्शन में बचे हैं कुछ ही महीने

बिहार विधानसभा चुनाव में किसी भी तरह की कमी न रह जाए, इसके लिए चुनाव आयोग कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। इसी क्रम में चुनाव आयोग की नौ सदस्यीय टीम पटना पहुंच चुकी है। पटना एयरपोर्ट पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी समेत कई अधिकारियों ने चुनाव आयोग की टीम का स्वागत किया। इसके बाद चुनाव आयोग की टीम ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी समेत बिहार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान चुनाव की तैयारी, बूथ मैनेजमेंट, वोटर लिस्ट, ईवीएम समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। कहा जा रहा है कि यह टीम चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने बिहार पहुंची है। वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त मनीष गर्ग के नेतृत्व में भारत निर्वाचन आयोग की नौ सदस्यीय टीम ने विशेष गहन पुनरीक्षण-2025 को लेकर बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल और उनके कार्यालय के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की।
मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण करने का लिया गया निर्णय
आपको बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार राज्य में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में बिहार के सभी जिलों में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों एवं निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई। पटना में भी बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई। इस संबंध में सभी राजनीतिक दलों को भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया तथा इस अभियान में सक्रिय सहयोग करने का अनुरोध किया गया। सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को आयोग के निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करते हुए इस अभियान को क्रियान्वित करने का निर्देश दिया गया।
1 अगस्त को प्रकाशित होगी प्रारूप मतदाता सूची
निर्वाचन आयोग द्वारा निर्दिष्ट दिशा-निर्देशों एवं कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी देते हुए सभी से सघन पुनरीक्षण में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया गया। बताया गया कि प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन 1 अगस्त को किया जाएगा। दावा-आपत्ति दाखिल करने की अवधि 1 अगस्त से 1 सितंबर तक निर्धारित की गई है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 30 सितंबर को किया जाएगा। सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को बीएलओ एवं बीएलए के बीच सार्थक समन्वय एवं सशक्त संवाद स्थापित करने का निर्देश दिया गया।