Bihar Election 2025: BJP-नीतीश के 29 साल के रिश्ते की कहानी, कभी साथ तो कभी हुए अलग; चुनावों पर इसका कैसा रहा असर

बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। विपक्षी गठबंधन की ओर से जहां सीट बंटवारे को लेकर बैठकें शुरू हो गई हैं, वहीं सत्तारूढ़ एनडीए भी विभिन्न क्षेत्रों में टिकट देने को लेकर चर्चा में है। खबरों की मानें तो जेडीयू और बीजेपी बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रही हैं, वहीं कुछ सीटें सहयोगी दलों को भी दी जाएंगी। 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने बीजेपी से ज्यादा विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था। नतीजों में बीजेपी ने 75 और जेडीयू ने 43 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
बीजेपी-जेडीयू के बीच बड़े भाई की भूमिका को लेकर टकराव क्यों है? पहली बार दोनों पार्टियां एक साथ कैसे आईं? बीजेपी-जेडीयू ने कब-कब एक साथ चुनाव लड़ा और उनका प्रदर्शन कैसा रहा? इसके अलावा जब ये पार्टियां एक साथ नहीं लड़ रही थीं, तब उनका प्रदर्शन कैसा रहा? आइए जानते हैं...
क्या बीजेपी अभी भी अपना मुख्यमंत्री बनाने का इंतजार कर रही है?
जब 1952 में बिहार में पहला चुनाव हुआ था, तब बीजेपी की पूर्ववर्ती भारतीय जनसंघ एक भी सीट जीतने में विफल रही थी। 1962 में जनसंघ ने पहली बार बिहार में अपना खाता खोला और तीन सीटें जीतीं। 1967 में जनसंघ 26 सीटों के साथ कांग्रेस और संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के बाद तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई।