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Bihar Election 2025 : पप्पू यावद ने चुनाव आयोग को बताया धृतराष्ट्र, वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर नीतीश सरकार पर साधा निशाना

पप्पू यावद ने चुनाव आयोग को बताया धृतराष्ट्र, वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर नीतीश सरकार पर साधा निशाना

पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने चुनाव आयोग को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इतने चुनावों के बाद अचानक वोटर लिस्ट वापस बुलाए जाने से संदेह पैदा हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अब धृतराष्ट्र की तरह व्यवहार कर रहा है, जो कुछ भी देखने-सुनने को तैयार नहीं है। पप्पू यादव ने कहा, "जब चुनाव आयोग ने तय कर लिया है कि किसका नाम लिस्ट से हटाया जाए और किसका नहीं, तो विपक्ष को अब करो या मरो की लड़ाई लड़नी चाहिए। अगर वे यह भी नहीं कर सकते, तो भाजपा को स्पष्ट रूप से वॉकओवर दे दें और उन्हें अकेले चुनाव लड़ने के लिए कहें।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत आज पूरी तरह से अलोकतांत्रिक रास्ते पर बढ़ रहा है। ऐसे माहौल में निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद करना बेमानी है। पप्पू यादव के इस बयान ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और विपक्षी दलों से निर्णायक कार्रवाई की मांग की है।

विदेशी नागरिकों के नाम एसआईआर सूची में आने के बाद बिहार में राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। इस मुद्दे पर अब मधुबनी से भाजपा एमएलसी (MLC) घनश्याम ठाकुर ने चुनाव आयोग से गहन जांच की मांग की है। उन्होंने दावा किया है कि मधुबनी जिले के स्टेडियम रोड से लेकर भौंरा इलाके तक हजारों रोहिंग्या, बांग्लादेशी और अन्य विदेशी नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं। घनश्याम ठाकुर ने आरोप लगाया था कि इन विदेशी नागरिकों को राजद और कांग्रेस के कुछ स्थानीय नेताओं का संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण ये लोग मतदाता सूची में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि ऐसे फर्जी मतदाताओं की पहचान की जाए और पूरे इलाके में गहन जांच के बाद कार्रवाई की जाए।

पहले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर हंगामा मचा हुआ है। तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग और सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है, 'जब लोकसभा चुनाव हुए थे, तब क्या फर्जी वोट नहीं थे? यह आयोग नहीं कह रहा है, ये लोग कह रहे हैं कि सूत्र कह रहे हैं कि फर्जी मतदाता हैं। मैं ऐसे सूत्रों को मूत्र मानता हूं।' वहीं, चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के सुधार प्रपत्र पर अपडेट जारी किया है। आयोग ने कहा कि 80 प्रतिशत फॉर्म जमा हो चुके हैं। साथ ही, चुनाव आयोग ने दावा किया कि नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में अवैध प्रवासी पाए गए हैं।

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