Bihar Election 2025: अब बिहार विधानसभा के अंदर गूंजने लगा बाप-बाप! किसने क्या कहा कि सब पर भड़के नंद किशोर
बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी नेताओं ने एक बार फिर एसआईआर मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में अपना मुद्दा रखा और एसआईआर मुद्दे का विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग की। इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खड़े हुए और फिर से लालू-राबड़ी राज की याद दिलाई। उन्होंने तेजस्वी यादव से कहा कि आप तब बच्चे थे, आपको नहीं पता कि 2005 से पहले क्या होता था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी सरकार के काम गिनाए और फिर बैठ गए। इसी बीच भाई वीरेंद्र ने कहा कि विधानसभा किसी के बाप की नहीं है। यह सुनकर विधानसभा अध्यक्ष नाराज हो गए और माफी मांगने की बात करने लगे। इस पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया।
स्पीकर नंद किशोर यादव ने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि भाई वीरेंद्र ने सदन में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है, वे गलत हैं। आप उनसे माफी मांगने को कहें। इसी बीच तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर मेरे किसी विधायक ने कुछ कहा है तो उसका बुरा न मानें। इसी बीच डिप्टी सीएम विजय सिन्हा खड़े हो गए और माफी मांगने की बात करने लगे। यह सुनकर विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें डांटते हुए कहा कि आप बैठ जाइए। सदन मैं चलाता हूं, आप नहीं। मुझे तय करने दीजिए कि क्या करना है और क्या नहीं करना है। मैं फैसला लूंगा। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। यह कहते हुए अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद डिप्टी सीएम विजय सिन्हा बाहर आए। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि विधानसभा किसी के बाप की नहीं है। यह बेहद आपत्तिजनक है। लोकतंत्र के मंदिर में ऐसी भाषा शोभा नहीं देती। राजद के लोग गुंडागर्दी करना चाहते हैं, वे सदन में गुंडागर्दी करते हैं। अपशब्दों का प्रयोग करते हैं और सदन को चलने नहीं देते।

