Bihar Election 2025: बिहार में कैसे बाजी मारेगी BJP... सामने आया 5 प्वाइंट वाला प्लान, तेजस्वी अपनाएंगे अखिलेश का हिट फॉर्मूला

बिहार चुनाव के लिए बीजेपी पूरी तरह से तैयार है। बीजेपी ने अपनी रणनीति भी तय कर ली है। सत्ता विरोधी लहर नहीं, जातिगत समीकरण ठीक हैं, ऑपरेशन सिंदूर से सकारात्मक माहौल, जाति जनगणना कार्ड और नीतीश कुमार के प्रति सहानुभूति... बिहार चुनाव के लिए बीजेपी की यही रणनीति है। हालांकि, बीजेपी यह सुनिश्चित कर रही है कि किसी तरह की लापरवाही या अति आत्मविश्वास न हो, क्योंकि चुनाव में जातिगत जंग होने की पूरी संभावना है।
सीएनएन-न्यूज18 को बीजेपी के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि बिहार में एनडीए के लिए माहौल काफी अनुकूल है और उन्हें उम्मीद है कि इस साल अक्टूबर में नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से चुनाव जीतेंगे। लेकिन पार्टी सतर्क है और अति आत्मविश्वास से बच रही है। यह जानते हुए कि बिहार में जातिगत जंग है। जाति आधारित वोटिंग हो रही है और आरजेडी इस बार यादव-मुस्लिम वोट बैंक के अलावा अन्य जाति समूहों को भी अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है।
सूत्रों ने बताया कि बिहार में निश्चित तौर पर सत्ता विरोधी लहर नहीं है। लोग एनडीए सरकार के तहत बिहार में हुए विकास की सराहना कर रहे हैं। भाजपा के एक शीर्ष सूत्र ने बताया कि भाजपा का मानना है कि लालू की राजद आगामी विधानसभा चुनाव में यादव-मुस्लिम जाति से बाहर के उम्मीदवारों को अधिक टिकट देकर अखिलेश यादव की 2024 लोकसभा चुनाव की रणनीति को दोहराने की कोशिश कर रही है। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने पिछले साल उत्तर प्रदेश में भाजपा को कड़ी टक्कर दी या यूं कहें कि उसे नुकसान पहुंचाया। समाजवादी पार्टी ने गैर-यादव ओबीसी को अधिक टिकट दिए और 37 लोकसभा सीटें जीतीं। यह सपा का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। बिहार के लिए भाजपा की पांच योजनाएं ➡️ मौजूदा सरकार के खिलाफ कोई विपक्ष नहीं ➡️ अच्छा जातिगत समीकरण ➡️ ऑपरेशन सिंदूर के बाद सकारात्मक माहौल ➡️ जाति जागरूकता का दांव ➡️ नीतीश के प्रति सहानुभूति ➡️ अखिलेश के दांव का विरोध ➡️ वहीं, भाजपा के एक अन्य सूत्र ने बताया कि एनडीए के पास विपक्ष के मुकाबले मजबूत जातिगत समीकरण है। हाल ही में हुई जातिगत जनगणना की घोषणा से भी एनडीए को फायदा मिलने की उम्मीद है। सूत्र ने कहा, "विपक्ष की ओर से नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर काफी कुछ कहा जा रहा है, लेकिन इस बिहार चुनाव में उन्हें काफी सहानुभूति वोट मिलने की संभावना है।"