Bihar Election 2025 : इलेक्शन कमीशन ने किये 10 बड़े बदलाव, देश में 28 जून को होगा पहली बार ई-वोटिंग

मतदान प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव अपनाने वाला बिहार देश का पहला राज्य बनेगा। चुनाव आयोग बिहार चुनाव में 10 ऐसे काम करेगा, जो आने वाले चुनाव में मिसाल कायम करेंगे। चुनाव आयोग इस साल बिहार में चुनाव प्रक्रिया में कई ऐसे बदलाव करने जा रहा है, जो आज तक किसी चुनाव में नहीं हुए। चुनाव आयोग इसे बेहतरीन पहल बता रहा है, लेकिन विपक्षी दलों में इसे लेकर एकमत नहीं है और कुछ राजनीतिक दल इस पहल का विरोध कर रहे हैं। चुनाव आयोग के इस फैसले पर एनडीए ने खुशी जताई है। वहीं, महागठबंधन के नेता और आरजेडी के मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसे बीजेपी का नया हथकंडा बताया है। 28 जून को होने वाले मतदान में इसका इस्तेमाल होगा चुनाव आयोग का कहना है कि बिहार में आगामी चुनाव प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए ये 10 कदम उठाए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त दीपक प्रसाद ने बताया कि इस पहल की शुरुआत आगामी 28 जून को बिहार में होने वाले नगर निगम और शहरी निकाय चुनाव से होगी। प्रसाद ने बताया कि ई-वोटिंग की पूरी प्रक्रिया दो मोबाइल ऐप के जरिए संचालित होगी, जिसमें से एक ऐप का नाम "ई-वोटिंग SECBHR" है, जिसे सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (C-DAC) ने विकसित किया है और दूसरा ऐप बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने बनाया है।
बिहार देश का पहला राज्य बन गया है
राज्य निर्वाचन आयोग ने अब तक लोकतांत्रिक प्रक्रिया में दूसरों के लिए एक मॉडल स्थापित किया है, जिसमें मतदाता सत्यापन के लिए FRS- फेस रिकॉग्निशन सिस्टम, मतगणना और परिणामों की घोषणा में ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन सिस्टम और EVM स्ट्रांग रूम के लिए डिजिटल लॉक का इस्तेमाल किया गया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि ई-वोटिंग प्रक्रिया के बारे में उपलब्ध जानकारी के अनुसार, केवल यूरोपीय देश एस्टोनिया ने ही इसे शुरू किया है।