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बिहार में आशा-ममता कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी, सीएम नीतीश की घोषणा पर जीतन राम मांझी ने जताई सराहना

बिहार में आशा-ममता कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी, सीएम नीतीश की घोषणा पर जीतन राम मांझी ने जताई सराहना

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राज्य की आशा और ममता कार्यकर्ताओं के लिए बड़ी सौगात की घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से बताया कि इन स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी जमीनी कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी की गई है। नीतीश कुमार के इस ऐलान के तुरंत बाद एनडीए खेमे में इसे लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं।

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की प्रतिक्रिया

नीतीश कुमार की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए एनडीए में शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि यह निर्णय एनडीए सरकार की संवेदनशीलता और जमीनी कार्यकर्ताओं के प्रति सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने अपने बयान में कहा:

"आशा और ममता कार्यकर्ता स्वास्थ्य तंत्र की रीढ़ हैं। उनका सम्मान करना हम सबका दायित्व है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह फैसला लेकर यह सिद्ध कर दिया है कि एनडीए सरकार हर वर्ग की चिंता करती है। यह सिर्फ घोषणा नहीं, बल्कि एनडीए के मूल आदर्शों का सम्मान है।"

चुनावी समीकरणों में अहम भूमिका निभा सकते हैं ये फैसले

बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा की गई यह घोषणा राजनीतिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। आशा और ममता कार्यकर्ता राज्य के कोने-कोने तक पहुंच रखने वाला ऐसा वर्ग हैं, जो न केवल स्वास्थ्य सेवाएं देती हैं, बल्कि सामाजिक प्रभाव भी रखती हैं। मानदेय बढ़ने से इनकी नाराजगी दूर होने के साथ-साथ सरकार की लोकप्रियता को भी बढ़ावा मिल सकता है।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय में लगभग ₹2,000 प्रति माह की वृद्धि की गई है, जबकि ममता कार्यकर्ताओं को भी अब पहले से अधिक प्रोत्साहन राशि मिलेगी। यह वृद्धि आगामी अगस्त महीने से लागू हो सकती है।

एनडीए नेताओं ने की एकजुटता की बात

जीतन राम मांझी के अलावा जेडीयू और भाजपा के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार का एक ‘प्रो-वर्कर और प्रोग्रेसिव अप्रोच’ है, जो बताता है कि एनडीए गठबंधन सिर्फ घोषणाएं नहीं करता, बल्कि ज़मीनी स्तर पर काम करने वालों की मेहनत को भी पहचान देता है।

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