बिहार विधानसभा सत्र, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का बड़ा हमला, 'घुसपैठियों का विरोध करने वाले अब कर रहे समर्थन'
राजनीति में यू टर्न लेना अब कोई नई बात नहीं रह गई है। विचारधाराएं बदलना, नीतियों से पलटना और पुराने बयानों से मुकर जाना अब नेताओं की आदत में शुमार होता जा रहा है। बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले दिन कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जब उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान राजनीतिक विरोधियों पर करारा हमला बोला।
डिप्टी सीएम ने उन नेताओं की पोल खोली जो पहले घुसपैठियों का विरोध करते थे, लेकिन आज उनके समर्थन में खुलकर खड़े नजर आ रहे हैं। सम्राट चौधरी ने कहा कि "राजनीति में सिद्धांतों की जगह अब स्वार्थ ने ले ली है। कुछ नेता जो कभी घुसपैठ के खिलाफ आग उगलते थे, आज उसी राजनीति के झंडाबरदार बन गए हैं।"
हालांकि सम्राट चौधरी ने किसी पार्टी या नेता का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया, लेकिन उनके बयान के निशाने पर कौन है, यह राजनीतिक जानकारों को भलीभांति समझ में आ गया है। माना जा रहा है कि उनका इशारा राजद और कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों की ओर था, जो एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं।
डिप्टी सीएम ने इस दौरान विपक्ष की रणनीति पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि बिहार की जनता अब सब जानती है और 2025 के विधानसभा चुनाव में जनता इन यू टर्न लेने वाले नेताओं को करारा जवाब देगी।
राजनीतिक विश्लेषण:
सम्राट चौधरी का यह बयान आगामी चुनावी समीकरणों को देखते हुए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। एनडीए की ओर से यह संकेत है कि वे घुसपैठ और राष्ट्रवाद जैसे मुद्दों को एक बार फिर चुनावी हथियार बनाएंगे।

