बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत मतदाताओं द्वारा गणना प्रपत्र जमा करने की प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 16 जुलाई तक कुल 6,99,92,926 प्रपत्र प्राप्त हुए हैं, जो कुल 7.89 करोड़ मतदाताओं का 88.65% है। जबकि 15 जुलाई तक यह आँकड़ा 6,81,67,861 यानी 86.32% था। यानी सिर्फ़ 1 दिन में 18,25,065 नए गणना प्रपत्र प्राप्त हुए हैं। हालाँकि, आयोग पहले सुधार की गति को लेकर चिंतित था।
1 दिन में हुई वृद्धि एक अच्छा संकेत
1 दिन में हुई यह वृद्धि दर्शाती है कि बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) की सक्रियता और सभी जिलों में आयोजित किए जा रहे विशेष शिविरों के कारण फॉर्म भरने की गति में तेज़ी आई है। इसके साथ ही, यह भी स्पष्ट हो गया है कि जिन लोगों से बीएलओ के पहले दौरे के दौरान घर पर मुलाक़ात नहीं हुई थी, उनसे अब संपर्क किया जा रहा है और उन्हें ऑनलाइन फ़ॉर्म भरने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है।
16 जुलाई को जारी आंकड़ों के अनुसार, केवल 6.85% यानी 54,07,483 मतदाता ही अपने फ़ॉर्म लेकर बचे हैं। साथ ही, आयोग ने यह भी बताया है कि अब तक लगभग 4.5% मतदाता अपने पते पर नहीं मिले हैं, जिनमें से 1.59% को मृत घोषित किया जा सकता है, 2.2% स्थायी रूप से पलायन कर चुके हैं और 0.73% दो स्थानों पर पंजीकृत पाए गए हैं।
बीएलओ उन मतदाताओं से आखिरी बार संपर्क करेंगे
चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि अब बीएलओ उन मतदाताओं से आखिरी बार संपर्क करेंगे जो अब तक नहीं मिले हैं। इसके अलावा, सभी 261 नगरीय निकायों के 5,683 वार्डों में विशेष शिविर भी लगाए जा रहे हैं ताकि कोई भी पात्र मतदाता सूची से न छूटे। जो लोग बिहार से बाहर हैं, वे Votoers.eci.gov.in या ECINet ऐप के माध्यम से ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं और इसे व्हाट्सएप या अन्य माध्यमों से बीएलओ को भेज सकते हैं।

