बिहार चुनाव से पहले इलेक्शन कमीशन का बड़ा स्टेप, ई-साइन किया लॉन्च, वोटर लिस्ट से नहीं हट सकेगा नाम, जानिए कैसे करेगा काम?
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले, चुनाव आयोग (ECI) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए एक नया 'ई-साइन' फीचर लॉन्च किया है। इस पहल का उद्देश्य मतदाता सूची से नाम हटाने की प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाना और फर्जी आवेदनों पर लगाम लगाना है। यह कदम कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा मतदाता सूची में हेरफेर के आरोपों के बाद उठाया गया है। यह नई तकनीक ECI के ECInet पोर्टल और ऐप पर उपलब्ध होगी, जिससे मतदाता पहचान पत्र (Voter ID) का दुरुपयोग रोका जा सकेगा।
आरोपों के बाद आया यह फैसला
इस साल की शुरुआत में, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक की आलंद विधानसभा में मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेरफेर का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया था कि मतदाताओं के नाम हटाने के लिए 6,000 से अधिक फर्जी आवेदन किए गए थे। इससे पहले, उन्होंने बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद भी 'वोट चोरी' के आरोप लगाए थे। इन गंभीर आरोपों के जवाब में, चुनाव आयोग ने मतदाता सत्यापन प्रक्रिया को मजबूत करने का फैसला किया, जिसके परिणामस्वरूप 'ई-साइन' फीचर का विकास और लॉन्च हुआ। यह तकनीक मतदाता पहचान को सत्यापित करने के लिए आधार कार्ड और ओटीपी का उपयोग करती है, जिससे मतदाता सूची की अखंडता सुनिश्चित होती है।
फर्जी आवेदनों पर लगेगी लगाम
यह नया 'ई-साइन' फीचर मतदाताओं की पहचान को सत्यापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। जब कोई व्यक्ति नए मतदाता कार्ड के लिए पंजीकरण करेगा, या मतदाता सूची से अपना नाम हटाने, या उसमें सुधार करने के लिए आवेदन करेगा, तो उसे अपने आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर के माध्यम से अपनी पहचान सत्यापित करनी होगी। यह सत्यापन प्रक्रिया किसी भी फर्जी या अनधिकृत आवेदन को रोकने में अत्यधिक प्रभावी होगी। इसके अतिरिक्त, यह प्रणाली यह भी सुनिश्चित करेगी कि आवेदक का नाम पहले से ही मतदाता सूची में मौजूद है या नहीं, जिससे एक ही व्यक्ति के कई बार पंजीकरण की संभावना कम हो जाएगी।
कैसे काम करेगा 'ई-साइन' फीचर?
'ई-साइन' फीचर के लॉन्च होने के बाद, ECInet पोर्टल पर सीधे तौर पर फॉर्म 6 (नए पंजीकरण के लिए), फॉर्म 7 (नाम हटाने के लिए), और फॉर्म 8 (सुधार के लिए) भरना संभव नहीं होगा। आवेदन प्रक्रिया शुरू करने के लिए, आवेदक को सबसे पहले 'ई-साइन' फीचर को खोलना होगा और अपना आधार नंबर सबमिट करना होगा। इसके बाद, उनके आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक वन-टाइम पासवर्ड (OTP) भेजा जाएगा। इस ओटीपी को दर्ज करके आवेदक अपनी पहचान सत्यापित कर पाएगा। सत्यापन सफल होने के बाद, आवेदक को फॉर्म भरने के लिए वापस ECInet पोर्टल पर भेज दिया जाएगा। बाकी की प्रक्रिया पहले की तरह ही रहेगी। यह पूरी प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि केवल वास्तविक व्यक्ति ही मतदाता सूची में बदलाव के लिए आवेदन कर सकता है।
यह कदम न केवल मतदाता सूची को और अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय बनाएगा, बल्कि चुनाव प्रक्रिया में आम लोगों का विश्वास भी बढ़ाएगा। यह चुनाव आयोग की उस प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है कि वह चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करने को तैयार है।

