बरेली में प्री-मानसून की पहली बारिश ने 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, दो सप्ताह में हुई 130 मिमी ज्यादा बारिश

जिले में प्री-मानसून की पहली बारिश ने एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है। महज चार घंटे में हुई इस बारिश ने 12 साल बाद सबसे अधिक बारिश का आंकड़ा छू लिया है। इसके साथ ही, मानसून के मौसम के शुरुआत के मात्र दो सप्ताह में सामान्य से 130 मिमी ज्यादा बारिश हुई है, जो एक असाधारण घटना मानी जा रही है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस वर्ष का मौसम वर्ष 2013 के मौसम के समान है, जब इस तरह की भारी बारिश देखने को मिली थी। खास बात यह है कि बरेली में प्री-मानसून की बारिश के दौरान जिस तीव्रता से बारिश हुई, उसने कई क्षेत्रों को जलमग्न कर दिया। शहर के विभिन्न हिस्सों में सड़कें जलभराव से भर गईं और आम जनजीवन प्रभावित हुआ।
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि शनिवार से फिर से बारिश हो सकती है। इससे पहले की बारिश ने मौसम में ठंडक का अहसास कराया है और तापमान में कुछ गिरावट आई है, जो इस समय के लिए एक राहत की बात है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है, जिससे बरेली के मौसम का मिजाज और भी ठंडा हो सकता है।
इस अप्रत्याशित बारिश के कारण किसानों में उत्साह है, क्योंकि यह कृषि के लिए भी फायदेमंद हो सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां धान की रोपाई चल रही है। वहीं, नगर निगम और प्रशासन ने भी बारिश के बाद जलनिकासी व्यवस्था को लेकर तैयारी शुरू कर दी है, ताकि भविष्य में जलभराव की स्थिति से बचा जा सके।
हालांकि, बरेली में हुई बारिश ने जलभराव की समस्या को भी उजागर किया है। प्रशासन ने शहर के विभिन्न हिस्सों में पानी की निकासी के लिए अतिरिक्त प्रयासों की घोषणा की है, ताकि आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं से निपटा जा सके।
बरेली के नागरिकों के लिए यह बारिश जहां राहत लेकर आई है, वहीं नगर निगम और स्थानीय प्रशासन के लिए यह एक चुनौती भी बन गई है। अब देखना यह होगा कि आगामी दिनों में बारिश का यह सिलसिला और कितना असर डालेगा, और प्रशासन इसके लिए क्या कदम उठाता है।