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तेलंगाना की केमिकल फैक्ट्री में विस्फोट, 36 की मौत, बिहार सरकार ने भेजी जांच टीम

तेलंगाना की केमिकल फैक्ट्री में विस्फोट: 36 की मौत, बिहार सरकार ने भेजी जांच टीम

तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पाशा मेलाराम औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में अब तक 36 कामगारों की मौत हो चुकी है, जबकि 58 लोग गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पतालों में भर्ती हैं। अभी भी कई श्रमिकों के लापता होने की सूचना है, जिनकी तलाश की जा रही है।

घटना की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि विस्फोट इतना तेज था कि फैक्ट्री की इमारत के कई हिस्से धराशायी हो गए और आसपास के क्षेत्र में भी इसका प्रभाव महसूस किया गया। फैक्ट्री में दवा निर्माण का कार्य किया जाता था और हादसे के वक्त वहां बड़ी संख्या में मजदूर मौजूद थे।

इस हादसे में बिहार के दो श्रमिकों की भी मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 16 अन्य घायल बताए जा रहे हैं। इस पर बिहार सरकार ने गंभीर रुख अपनाया है और तुरंत एक उच्च स्तरीय जांच दल को तेलंगाना भेजने की घोषणा की है। यह जांच दल जल्द ही संगारेड्डी पहुंचकर सीगची केमिकल फैक्ट्री की सुरक्षा व्यवस्था, श्रमिकों की कार्य स्थितियों और विस्फोट के कारणों की गहराई से जांच करेगा।

बिहार सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना को अत्यंत दुखद और चिंताजनक बताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। साथ ही, यह भी निर्देश दिया है कि पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद और आवश्यक आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।

तेलंगाना सरकार ने भी इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और फैक्ट्री के संचालन में लापरवाही की आशंका जताई जा रही है। प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी के चलते यह हादसा हुआ हो सकता है। दमकल विभाग, पुलिस और औद्योगिक सुरक्षा इकाइयों की टीम मौके पर मौजूद है और मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम जारी है।

इस बीच, बिहार से संबंधित पीड़ित परिवारों में मातम का माहौल है। मृतकों की पहचान की जा रही है और उनके शवों को बिहार लाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। घायलों के इलाज के लिए भी बिहार सरकार ने तेलंगाना प्रशासन से समन्वय कर विशेष इंतजाम करने को कहा है।

यह हादसा एक बार फिर से देश की औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों की समीक्षा की आवश्यकता को रेखांकित करता है। मजदूरों की सुरक्षा, कार्यस्थल पर स्वास्थ्य सुविधाएं और आपातकालीन उपायों की व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। बिहार सरकार की यह पहल — जांच टीम भेजने की — इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

फिलहाल, इस हादसे की विस्तृत जांच और दोषियों की पहचान के लिए कार्रवाई जारी है। पूरे देश की नजर अब इस हादसे की जांच और उससे जुड़े निष्कर्षों पर टिकी हुई है।

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