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अखिलेश यादव का बीजेपी पर कटाक्ष – "चुनावी फायदे के लिए नीतीश कुमार के नाम और चेहरे का हो रहा है इस्तेमाल"

खिलेश यादव का बीजेपी पर कटाक्ष – "चुनावी फायदे के लिए नीतीश कुमार के नाम और चेहरे का हो रहा है इस्तेमाल"

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा राजनीतिक हमला बोला। उन्होंने जनता दल यूनाइटेड (JDU) के साथ भाजपा के गठबंधन को स्वार्थ आधारित करार देते हुए आरोप लगाया कि भाजपा सिर्फ चुनावी लाभ के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम और चेहरे का इस्तेमाल कर रही है।

कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा को न तो गठबंधन धर्म की चिंता है और न ही स्थायित्व की नीति की। उन्होंने तंज कसते हुए कहा,

"नीतीश कुमार अब भाजपा के लिए सिर्फ एक 'चुनावी चेहरा' भर रह गए हैं। जब जरूरत होती है, उन्हें आगे कर दिया जाता है, और जब काम निकल जाता है तो किनारे लगा दिया जाता है।"

🗳️ 2025 बिहार विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि

अखिलेश यादव का यह बयान 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों से पहले आया है, जहां एनडीए गठबंधन एक बार फिर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बताकर मैदान में उतरने की तैयारी में है। वहीं विपक्षी महागठबंधन अब तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं कर सका है।

🤝 गठबंधन की राजनीति पर सवाल

अखिलेश यादव ने भाजपा-जदयू गठबंधन को अवसरवादी बताया और कहा कि यह गठबंधन विचारधारा से अधिक सत्ता की भूख पर आधारित है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को सत्ता के लिए कोई भी समझौता करने में संकोच नहीं है, चाहे वह अतीत में आलोचक रहा दल ही क्यों न हो।

🔁 नीतीश कुमार की "यू-टर्न" राजनीति पर भी तंज

अखिलेश यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि वे जिस प्रकार बार-बार पाला बदलते हैं, उससे लोकतंत्र की गंभीरता और जनता का भरोसा दोनों प्रभावित होता है।

"जनता यह सवाल पूछ रही है कि नीतीश कुमार आखिर किस विचारधारा में विश्वास करते हैं?"

🧭 विपक्षी एकता की कोशिशों में अखिलेश की भूमिका

गौरतलब है कि हाल के वर्षों में अखिलेश यादव विपक्षी एकता के पैरोकार रहे हैं और लोकसभा चुनाव में INDIA गठबंधन का हिस्सा रह चुके हैं। अब विधानसभा चुनाव को लेकर उनकी नजर बिहार और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों में विपक्षी मोर्चे को मजबूती देने पर है।

📌 भाजपा की ओर से पलटवार की तैयारी

हालांकि अखिलेश यादव के बयान पर अब तक भाजपा की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी सूत्रों के अनुसार जल्द ही इस पर पलटवार किया जाएगा और विपक्षी दलों के "अस्थिर एजेंडे" को उजागर किया जाएगा।

राजनीतिक विश्लेषण:
अखिलेश यादव का यह बयान बताता है कि बिहार के चुनावी परिदृश्य अब उत्तर प्रदेश की राजनीति को भी प्रभावित करने लगे हैं। साथ ही यह भी साफ है कि विपक्षी दलों के बीच नीतीश कुमार की विश्वसनीयता और भूमिका को लेकर अब भी सवाल कायम हैं।

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