बिहार विधानसभा चुनाव से पहले AIMIM की पहल, लालू प्रसाद को लिखी चिट्ठी, महागठबंधन में शामिल होने की अपील

बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने एक अहम राजनीतिक कदम उठाते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव को चिट्ठी लिखी है।
इस चिट्ठी के माध्यम से AIMIM ने खुद को महागठबंधन में शामिल करने की अपील की है। चिट्ठी बिहार AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख्तरूल ईमान ने लिखी है, जिसमें उन्होंने एकजुट होकर भाजपा और एनडीए को चुनौती देने की जरूरत पर बल दिया है।
चिट्ठी में क्या कहा गया है?
अख्तरूल ईमान ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि
"देश के वर्तमान हालात में सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ सभी सेक्युलर और लोकतांत्रिक दलों को एक साथ आने की जरूरत है। बिहार जैसे राज्य में AIMIM को नजरअंदाज करना भाजपा को लाभ पहुंचा सकता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि AIMIM ने पिछले चुनाव में सीमांचल क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया और अब पार्टी पूरे राज्य में विस्तार की योजना बना रही है।
राजनीतिक समीकरणों पर असर
AIMIM की यह पहल बिहार की राजनीति में एक नया समीकरण तैयार करने की कोशिश मानी जा रही है।
2020 के विधानसभा चुनाव में AIMIM ने सीमांचल की पांच सीटों पर जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया था। हालांकि, बाद में पार्टी के चार विधायक आरजेडी में शामिल हो गए।
अब एक बार फिर AIMIM खुद को राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बनाने के लिए महागठबंधन का हिस्सा बनना चाहती है।
क्या कहता है महागठबंधन?
आरजेडी और कांग्रेस की ओर से फिलहाल इस प्रस्ताव पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार कई घटक दल AIMIM को लेकर संशय में हैं।
AIMIM पर पहले से ही यह आरोप लगता रहा है कि उसकी राजनीति भाजपा को फायदा पहुंचाती है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस सूत्रों ने कहा है कि महागठबंधन में किसी भी नई पार्टी को शामिल करने का निर्णय सामूहिक विचार-विमर्श के बाद लिया जाएगा। वहीं कुछ नेताओं का मानना है कि AIMIM को साथ लेने से अल्पसंख्यक मतों का बंटवारा रोकने में मदद मिल सकती है।