बिहार चुनाव से पहले RJD को बड़ा झटका, 300 समर्थकों के साथ डॉ. अजीत यादव ने थामा बीजेपी का हाथ

बिहार की राजनीति में एक और बड़ा बदलाव हुआ है। जहानाबाद जिले के वरिष्ठ और प्रभावशाली राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता डॉ. अजीत यादव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं। पटना स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में पार्टी अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल की मौजूदगी में वे करीब 300 समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुए।
राजद से मोहभंग क्यों?
डॉ. अजीत यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने वर्षों तक राजद के लिए काम किया, लेकिन पार्टी ने उन्हें कभी उचित सम्मान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि उनके पिता सुरेश यादव भी राजद के समर्पित कार्यकर्ता थे, लेकिन उन्हें भी पार्टी में उनकी मेहनत का फल नहीं मिला। डॉ. यादव ने कहा, "जब मेरे पिता को कुछ नहीं मिला, तो मुझे भी पार्टी में कोई भविष्य नहीं दिख रहा था। भाजपा ने मुझे और मेरे समर्थकों को सम्मान के साथ आमंत्रित किया, इसलिए मैंने यह फैसला लिया।"
क्योंकि यह कार्यक्रम सिर्फ पटना में ही था?
अजीत यादव ने यह भी बताया कि पहले जहानाबाद में सदस्यता अभियान बड़े पैमाने पर होना था, लेकिन भाजपा जिला उपाध्यक्ष सोहन प्रसाद उर्फ कक्कूजी के आकस्मिक निधन के कारण कार्यक्रम पटना में करना पड़ा।
कौन हैं डॉ. अजीत यादव?
डॉ. अजीत यादव न सिर्फ राजद के वरिष्ठ नेता हैं, बल्कि जहानाबाद जिले में एक सफल उद्योगपति और समाजसेवी के तौर पर भी जाने जाते हैं। स्थानीय राजनीति के कद्दावर चेहरों में उनकी गिनती होती है। युवाओं के बीच उनकी खास पैठ है। वे पार्टी के सांगठनिक ढांचे में वर्षों तक काम कर चुके हैं।