पुलिस कस्टडी से छूटे कबाड़ी व्यवसायी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, परिजन उठाए गंभीर आरोप
बिहार के सहरसा जिले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर गंभीर सवाल उठ गए हैं। जिले के सौरबाजार थाना क्षेत्र में एक कबाड़ी व्यवसायी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक कुछ दिन पहले पुलिस कस्टडी से छूटे थे।
मृतक के परिजनों का आरोप है कि सौरबाजार पुलिस ने थाने में उनकी बेरहमी से पिटाई की, जिसके चलते उनकी जान गई। परिजनों ने यह भी कहा कि पुलिस कस्टडी के दौरान मिली चोटें और मानसिक प्रताड़ना उनकी मौत का मुख्य कारण बनी हैं। उन्होंने मामले में सख्त कार्रवाई और न्याय की मांग की है।
हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मृतक की मौत प्राकृतिक कारणों या अन्य परिस्थितियों के चलते हुई और पुलिस कर्मियों पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए मृतक का पोस्टमार्टम और प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर ली है।
स्थानीय लोगों ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और कहा कि पुलिस कस्टडी में हिरासत के दौरान किसी भी व्यक्ति के साथ हिंसा या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मामले की गहन जांच कर दोषियों को सजा दिलाई जाए।
विशेषज्ञों का कहना है कि पुलिस कस्टडी और हिरासत में मृत्यु के मामले लोक विश्वास और कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती होते हैं। ऐसे मामलों में स्वतंत्र जांच और पारदर्शिता सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।
जिले के प्रशासन ने मामले की तत्काल जांच का आदेश दिया है। पोस्टमार्टम और अन्य संबंधित रिपोर्टों के आधार पर यह तय किया जाएगा कि मृतक की मौत के पीछे असली कारण क्या था और यदि किसी की गलती पाई जाती है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

