पटना के बिहटा में करोड़ों की लागत से बना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चार महीने बाद भी बंद, सिविल सर्जन ने जताई नाराज़गी

राजधानी पटना के बिहटा प्रखंड में करोड़ों रुपये की लागत से बना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) उद्घाटन के चार महीने बाद भी चालू नहीं हो सका है। मंगलवार को पटना के सिविल सर्जन डॉ. अविनाश सिंह ने स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया, जहां उन्हें कई गंभीर कमियां नजर आईं।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि स्वास्थ्य केंद्र में न तो जरूरी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं और न ही स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। भवन निर्माण में भी कई तकनीकी खामियां सामने आईं, जिनमें बिजली व्यवस्था, जल निकासी और उपकरणों की स्थापना अधूरी पाई गई।
इन खामियों को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ. सिंह ने संबंधित अधिकारियों, इंजीनियरों और ठेकेदारों को कड़ी फटकार लगाई और जल्द से जल्द सभी खामियों को दूर कर स्वास्थ्य केंद्र को चालू करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई से बने इस केंद्र का उद्देश्य ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देना है, लेकिन लापरवाही के कारण यह लक्ष्य अब तक अधूरा है।
स्थानीय लोगों में भी नाराजगी है। उनका कहना है कि उद्घाटन के समय बड़े-बड़े वादे किए गए थे, लेकिन चार महीने बीतने के बाद भी इलाज शुरू नहीं हो सका।
स्वास्थ्य विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तकनीकी टीम से रिपोर्ट मांगी है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस केंद्र को जल्द चालू करा पाता है या नहीं।