11000, 13000 और 17000... दीपावली-छठ पर घर जाना नहीं होगा आसान, आसमान पर पहुंचे टिकट के दाम

दीपावली और छठ महापर्व में भले ही अभी चार महीने से अधिक का समय बाकी हो, लेकिन इन त्योहारों के दौरान बिहार आने-जाने वालों के लिए हवाई यात्रा की तैयारी अभी से शुरू हो गई है। आश्चर्यजनक रूप से, अभी से ही फ्लाइट टिकटों की बुकिंग तेज हो गई है, और इसके साथ ही हवाई किरायों में भी जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है।
टिकट की कीमतें छूने लगीं आसमान
वर्तमान में पटना, दरभंगा और गया जैसे प्रमुख हवाई अड्डों के लिए देश के बड़े शहरों — जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद — से आने-जाने वाले टिकटों की कीमतों में 20 से 40 प्रतिशत तक वृद्धि देखी जा रही है। जहां सामान्य दिनों में एकतरफा टिकट ₹4,000 से ₹5,000 तक मिल जाती है, वहीं अक्टूबर-नवंबर के लिए उसी रूट पर टिकट की कीमत ₹9,000 से ₹12,000 तक पहुंच गई है।
यात्रियों की बढ़ती अग्रिम बुकिंग
हर साल की तरह इस साल भी दीपावली और छठ पर प्रवासी बिहारियों की बड़ी संख्या अपने घर लौटने की योजना बना रही है। कोरोना महामारी के बाद से प्रवासी कामगारों और नौकरीपेशा लोगों में हवाई यात्रा की प्रवृत्ति बढ़ी है, जिससे अब त्योहारों के पहले ही टिकट की मांग चरम पर पहुंच रही है।
एयरलाइंस उठा रही हैं लाभ
विशेषज्ञों का मानना है कि एयरलाइंस कंपनियां डायनामिक फेयर सिस्टम के तहत यात्रियों की मांग को भांपकर पहले से ही किराये बढ़ा रही हैं। त्योहारों में यात्रियों के पास विकल्प सीमित होते हैं, ऐसे में मजबूरीवश उन्हें अधिक किराये पर टिकट खरीदनी पड़ती है।
क्या कहती हैं ट्रैवल एजेंसियां?
पटना स्थित एक ट्रैवल एजेंसी संचालक के अनुसार, “हर साल की तरह इस साल भी छठ और दीपावली के आसपास हवाई टिकटों की मांग बहुत ज्यादा है। कई लोग अभी से रिटर्न टिकट भी बुक करा रहे हैं। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से नवंबर के तीसरे सप्ताह तक टिकट मिलना मुश्किल हो सकता है।”
रेलवे विकल्प लेकिन लंबी वेटिंग
हालांकि रेलवे एक वैकल्पिक माध्यम है, लेकिन त्योहारी सीजन में ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट रहती है। इसके चलते हवाई यात्रा अधिक महंगी होने के बावजूद लोगों की पहली पसंद बनती जा रही है।