पटना में 4 दिन में 10 कोरोना पॉजिटिव, निजी लैब की जांच में 39 और 55 साल वाले दो मिले संक्रमित

राजधानी के सरकारी अस्पतालों में जांच नहीं होने के बावजूद कोरोना संक्रमितों की तलाश जारी है। बुधवार को निजी लैब में जांच कराए गए दो संदिग्धों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके अलावा मंगलवार को एनएमसीएच में पॉजिटिव आए दो लोगों की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में जोड़ दी गई है।
एम्स पटना से दो डॉक्टर और दो नर्स
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि पिछले चार दिनों में राजधानी में 10 कोरोना संक्रमित लोग मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा दो डॉक्टर और दो नर्स एम्स पटना से हैं। हालांकि सभी में बेहद हल्के लक्षण हैं। अभी तक ऐसी स्थिति नहीं आई है कि किसी संक्रमित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया हो। हालांकि उन्होंने लोगों को शारीरिक दूरी बनाए रखने, मास्क पहनने और अनावश्यक रूप से भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाने और अनजान सतहों को छूने के बाद साबुन से हाथ धोने की हिदायत दी है।
सर्दी-खांसी और बुखार से पीड़ित लोगों की जांच कराई गई
सिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, सर्दी-खांसी और बुखार से पीड़ित दोनों लोगों की संदेह के आधार पर कोरोना जांच कराई गई। इनमें से एक कंकड़बाग निवासी 39 वर्षीय व्यक्ति और दूसरा आलमगंज थाना अंतर्गत बजरंगपुरी निवासी 55 वर्षीय व्यक्ति है। निजी लैब ने दोपहर में इसकी रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय को भेज दी है। बुधवार और मंगलवार को एनएमसीएच में दो पॉजिटिव केस की रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय को मिली।
जांच के लिए करना होगा इंतजार
एम्स पटना, पीएमसीएच, एनएमसीएच या आईजीआईएमएस में कोरोना के मुफ्त इलाज के लिए आम लोगों को अभी इंतजार करना होगा। इन अस्पतालों में अस्पताल के मरीजों की जरूरत के हिसाब से जांच की जा रही है, खासकर सर्जरी से पहले। स्वास्थ्य विभाग की ओर से आरटी-पीसीआर किट उपलब्ध नहीं होने के कारण फिलहाल सभी लोगों की मुफ्त जांच नहीं हो पा रही है।