
छत्तीसगढ़ में राजधानी जैसे बिजली वाले शहरों में भी घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। बारिश और आंधी के कारण पूरे शहर की बिजली आपूर्ति घंटों बाधित रहती है। 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अधिकारी और कर्मचारी बिजली आपूर्ति सामान्य नहीं कर पाते हैं। मेंटेनेंस के नाम पर हर साल करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी यह स्थिति है। मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कर्मचारी और अधिकारी जो करते हैं, उसे लेकर उपभोक्ताओं में काफी आक्रोश है। जबकि थोड़ी देर की बारिश और आंधी में ही घंटों बिजली आपूर्ति बाधित कर देते हैं।
लो वोल्टेज की समस्या ने दिलाई गांव की याद
मंगलवार की शाम करीब आधे घंटे तक बारिश और आंधी आई, जिसके बाद रायपुर जोन-1 और 2 दोनों इलाकों की सैकड़ों बस्तियों में 3-4 घंटे आपूर्ति बाधित रही। रात में भी कई बार बिजली कटी। इसके अलावा दिन में भी विभिन्न बस्तियों में 4-5 बार बिजली कटी।
24 घंटे बीत जाने के बाद भी कई इलाकों में लो वोल्टेज की समस्या बनी रही। कई उपभोक्ताओं ने पर्चे में लो वोल्टेज की शिकायत की। उनका कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारी भी उपभोक्ताओं के फोन नहीं उठाते हैं। लो वोल्टेज की समस्या ने उन्हें गांव की याद दिला दी। न तो लाइटें ठीक से काम कर रही थीं और न ही पंखे।
1912 शिकायत नंबर भी रात में व्यस्त
कई बस्तियों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। टोल फ्री शिकायत नंबर 1912 भी रात में नहीं बजता। जब भी कोई उपभोक्ता रात में 1912 पर फोन करता है तो व्यस्त होने का मैसेज आता है। ऐसे में लोगों की परेशानी और बढ़ जाती है।