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बिहार में गरीबों की सेवा का संकल्प पूरा हो रहा : मंगल पांडेय

पटना, 29 जून (आईएनएस)। बिहार में आयुष्मान कार्ड धारकों की संख्या 4 करोड़ के पार हो गई है। इस उपलब्धि के बाद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि गरीबों की सेवा करने का संकल्प पूरा हो रहा है।
बिहार में गरीबों की सेवा का संकल्प पूरा हो रहा : मंगल पांडेय

पटना, 29 जून (आईएनएस)। बिहार में आयुष्मान कार्ड धारकों की संख्या 4 करोड़ के पार हो गई है। इस उपलब्धि के बाद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि गरीबों की सेवा करने का संकल्प पूरा हो रहा है।

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए योजना की सफलता की तारीफ की। उन्होंने कहा, "बिहार में स्वास्थ्य विभाग ने बहुत ही बड़ा कीर्तिमान रचा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गरीबों की सेवा करने का जो सपना था, उसे जमीन पर उतारा गया है। प्रदेश में 4 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बने हैं। इतने अधिक कार्ड बांटने वाला बिहार देश का मात्र तीसरा राज्य बना है। इसके अंतर्गत लोगों को पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाता है।"

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने भी प्रदेश में आयुष्मान कार्ड योजना की उपलब्धि की तारीफ की। उन्होंने कहा, "बढ़ते बिहार और विकसित बिहार के सच को लोग अब सभी देखने और जानने लगे हैं। निश्चित तौर पर आयुष्मान कार्ड की सफलता से प्रधानमंत्री का सपना साकार हुआ है। यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पीएम मोदी के नेतृत्व में बिहार की डबल इंजन सरकार का परिणाम है।"

पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम लोगों ने गरीबों की सेवा करने का जो संकल्प लिया है, उसको बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने साकार किया है।

उल्लेखनीय है कि 2018 में शुरू की गई 'आयुष्मान भारत योजना' वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी स्वास्थ्य आश्वासन योजना है, जो 12 करोड़ से अधिक गरीब और कमजोर परिवारों को लक्षित करती है। यह योजना माध्यमिक और तृतीयक अस्पताल में भर्ती होने के लिए प्रति परिवार 5 लाख रुपए का वार्षिक स्वास्थ्य कवर प्रदान करती है। लाभार्थियों की पहचान ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) 2011 के आंकड़ों के आधार पर की जाती है।

--आईएएनएस

एससीएच/डीएससी

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