IIT गुवाहाटी के हॉस्टल में मृत मिला छात्र, इस साल चौथी मौत; गुस्साए छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन
आईआईटी गुवाहाटी एक बार फिर चर्चा में है। वजह है बढ़ी हुई फीस। सैकड़ों शोध छात्रों और एमटेक छात्रों ने बढ़ी हुई फीस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन (IIT Guhawati Student Protest) शुरू कर दिया है। दरअसल, इस साल स्कॉलर्स की फीस में बढ़ोतरी के साथ-साथ बीटेक और एमटेक कोर्स की फीस भी बढ़ा दी गई है। छात्र इसे लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार दोपहर से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शाम को और तेज हो गया। देर शाम तक परिसर के भीतर विरोध मार्च जारी रहा।
आईआईटी गुवाहाटी के निदेशक के नेतृत्व में 17 जुलाई को एक खुला सत्र आयोजित किया गया था। इसमें छात्र मामलों के डीन, शैक्षणिक मामलों और आईआईटी गुवाहाटी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया। इस दौरान फीस बढ़ाने का फैसला लिया गया। छात्र इससे नाराज थे। इसलिए वह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
आईआईटी गुवाहाटी में छात्रों का विरोध प्रदर्शन
जुलाई-नवंबर सेमेस्टर के लिए पीएचडी छात्रों का पंजीकरण मंगलवार को होना था। लेकिन आईआईटी गुवाहाटी के अधिकांश पीएचडी छात्रों ने बढ़ी हुई फीस देने से इनकार कर दिया। उन्होंने इसका कड़ा विरोध भी किया।
आईआईटी गुवाहाटी के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, पीएचडी छात्रों की कुल फीस (जुलाई-नवंबर) 2025 सेमेस्टर के लिए 10,900 रुपये बढ़ा दी गई है। इससे पहले जनवरी-मई 2025 सेमेस्टर में फीस 34,800 रुपये थी, जो बढ़ोतरी के बाद बढ़कर 45,700 रुपये हो गई है। छात्रों का आरोप है कि केंद्र सरकार द्वारा आईआईटी गुवाहाटी को आवास भत्ता दिए जाने के बावजूद, पीएचडी छात्रों से छात्रावास का किराया अलग से वसूला जा रहा है।
फीस वृद्धि के खिलाफ छात्रों में आक्रोश
छात्रों का आरोप है कि कई जगहों पर फीस में अनुचित वृद्धि की गई है। उदाहरण के लिए, जिमखाना शुल्क (1,000 रुपये से 2,000 रुपये), चिकित्सा शुल्क (100 रुपये से 500 रुपये), छात्रावास किराया (1,000 रुपये से 2,000 रुपये), छात्रावास निधि (600 रुपये से 2,200 रुपये), और बिजली-पानी का शुल्क (2,500 रुपये से 3,500 रुपये)।
बताया जा रहा है कि आईआईटी गुवाहाटी का वार्षिक उत्सव पूर्वोत्तर भारत में सबसे ज़्यादा प्रायोजित होने के बावजूद, प्रति छात्र प्रति सेमेस्टर 1,300 रुपये का उत्सव शुल्क लिया जा रहा है। छात्र इसका विरोध कर रहे हैं। मंगलवार को स्थिति तब और बिगड़ गई जब शोध और पीएचडी के छात्र अपने-अपने विभागीय कार्यालयों में पहुँचे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक कर्मचारियों ने सेमेस्टर पंजीकरण शुल्क का भुगतान न करने का हवाला देकर उन्हें सेमेस्टर के लिए पंजीकरण करने से रोक दिया। इसी वजह से छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया।
बीटेक छात्र भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं
बीटेक छात्र भी बुधवार को विरोध प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं। हालाँकि, आईआईटी गुवाहाटी के अधिकारियों ने इन आरोपों और परिसर में पहले की तरह जारी विरोध प्रदर्शन पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।

