दोनों राज्यों के विजयवाड़ा, गुंटूर, विशाखापत्तनम और अन्य कस्बों और गांवों के अलावा हैदराबाद और बाहरी इलाकों में आवासीय कॉलोनियों में उत्सव का माहौल बना रहा।राज्य की राजधानी को तीन भागों में बांटने के राज्य सरकार के कदम का विरोध करने के लिए अमरावती क्षेत्र के विभिन्न गांवों के किसानों ने लगातार तीसरे वर्ष संक्रांति के दौरान विरोध प्रदर्शन किया। जय अमरावती के नारे लगाते हुए उन्होंने मांग की कि अमरावती को एकमात्र राज्य की राजधानी के रूप में बरकरार रखा जाए।इस बार प्रदर्शनकारियों ने भोगी में आग लगा दी और 19 गांवों को मिलाकर अमरावती निगम बनाने के सरकारी आदेशों की प्रतियां फूंक दीं। उन्होंने पिछले दो वर्षों में विरोध प्रदर्शन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले 180 किसानों को श्रद्धांजलि दी।हैदराबाद में कार्यरत लाखों लोगों ने दोनों तेलुगु राज्यों के विभिन्न जिलों में अपने घरों को प्रस्थान किया।तेलंगाना आंध्र प्रदेश दोनों के राज्य सड़क परिवहन निगमों ने विशेष बसों का संचालन किया और रेलवे ने हैदराबाद से लोगों को उनके गंतव्य तक ले जाने के लिए विशेष ट्रेनों का संचालन किया। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी, तेलंगाना के राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने लोगों को संक्रांति की बधाई दी।
--आईएएनएस
हैदराबाद न्यूज डेस्क !!!
एचके/एएनएम